केंद्र सरकार (PM Modi) पर अप्रत्यक्ष तौर पर हमला करते हुए पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ( Mehbooba Mufti) ने सोमवार को आरोप लगाया कि 2019 में अनुच्छेद 370 (Article 370) को निरस्त करने के बाद उनकी पार्टी “सबसे बड़ा निशाना” बन गई और उसके नेता को इससे अलग होने के लिए या तो लालच दिया गया या ब्लैकमेल किया गया।
अनंतनाग-राजौरी सीट (Anantnag-Rajouri Seat) से आगामी लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Chunav) लड़ रहीं। महबूबा यहां बिजबेहरा में अपने पिता और पीडीपी (PDP News) संस्थापक मुफ्ती मोहम्मद सईद की कब्र पर जाने के बाद पत्रकारों से बात कर रही थीं। पीडीपी प्रमुख ने किसी का नाम लिए बिना कहा कि मैंने 2019 के बाद उनके उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाने की कोशिश की और मुझे और मेरे परिवार के सदस्यों को कई चीजों का सामना करना पड़ा है।
चुनाव में गुलाम नबी आजाद से है मुकाबला
पीडीपी नेता ने कहा कि लोकतंत्र में हर कोई प्रतिस्पर्धा कर सकता है और आप किसी को नहीं रोक सकते। बता दें कि महबूबा का मुकाबला नेशनल कॉन्फ्रेंस के मियां अल्ताफ, डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी के अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) और अपनी पार्टी के जफर इकबाल मन्हास से है।