आपकी जानकारी के लिए बता दें कि राज्य दर्जे, संवैधानिक सुरक्षा जैसे मुद्दों पर कारगिल जिले से राजनीतिक, सामाजिक व धार्मिक संगठनों के संयुक्त उम्मीदवार हाजी हनीफा जान ने लद्दाख लोकसभा सीट से जीत हासिल कर ली है।
लद्दाख के कारगिल से चुनाव मैदान में उतरे इकलौते निर्दलीय उम्मीदवार हाजी हनीफा जान (Hazi Hanifa Jaan) ने जिले से शिया वोट को एकजुट कर भाजपा व कांग्रेस के उम्मीदवारों को करारी शिकस्त दी। त्रिकोणीय मुकाबले में लेह से बौद्ध वोट दो उम्मीदवारों में विभाजित होने से लद्दाख की राजनीति में कारगिल का पलड़ा भारी हो गया।
ताशी ग्यालसन को दी मात
मंगलवार को लद्दाख लोकसभा सीट के लिए मतगणना के नतीजों ने क्षेत्र से हैट्रिक बनाने का भाजपा का सपना तोड़ दिया। वहीं कांग्रेस भी क्षेत्र में खोया जनाधार हासिल करने में फिर नाकाम साबित हुई।
केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद लद्दाख में पहली बार हुए लोकसभा चुनाव में हाजी हनीफा जान ने कांग्रेस के सेरिंग नामग्याल व भाजपा के ताशी ग्यालसन को मात दी।
इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन की काउंटिंग के 26वें व अंतिम राउंड में आए नतीजों में हाजी हनीफा जान को 64443 वोट मिले। वहीं दूसरे स्थान पर रहे कांग्रेस के सेरिंग नामग्याल को 35770 व तीसरे स्थान पर रहे भाजपा के ताशी ग्यालसन को 31505 वोट मिले।
1.84 लाख मतदाताओं ने दिया वोट
लद्दाख के कुल 1.84 लाख वोटाें में से 20 मई को मतदान में पड़े 1.34 लाख वोटों की गिनती लेह के सिंधु संस्कृति केंद्र व कारगिल के कुरबाथांग में कड़ी सुरक्षा के बीच हुई है। लेह में इवीएम की काउंटिंग व पोस्टल बैलेट की काउंटिंग के लिए 14-14 काउंटिंग टेबल स्थापित किए गए थे।
वहीं कारगिल में वोटों की गिनती के लिए 12 काउंटिंग टेबल स्थापित किए गए थे। लगातार बढ़त हासिल करने वाले हाजी हनीफा ने सुबह साढ़े ग्यारह बजे तक हुई वोटों की गिनती में 28534 वोट हासिल कर 15535 वोटों की बढ़त बनाई थी।