भोपाल, मध्य प्रदेश: पूर्व मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री और मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले किनारा कर लिया है। उन्होंने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है।
कमलनाथ विधानसभा चुनावों में पार्टी के लिए प्रचार-प्रसार करेंगे और चुनावी मैदान में नहीं उतरेंगे। इस फैसले ने पार्टी कार्यकर्ताओं को चौंका दिया है, क्योंकि माना जा रहा था कि वह फिर से मुख्यमंत्री के पद के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगे।
कमलनाथ का ऐलान
पूर्व मुख्यमंत्री ने एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस में इस फैसले को साझा किया और बताया कि उम्मीदवारों का चयन कर लिया गया है और उनकी जल्दी ही घोषणा की जाएगी। वह ने यह भी बताया कि उम्मीदवारों को इस बारे में सूचना दी गई है।
कमलनाथ की भूमिका
कमलनाथ को पार्टी की ओर से मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री का फेस माना जा रहा था, और उन्होंने चुनाव प्रचार में काफी सक्रिय भूमिका निभाई थी। वह पार्टी को जीत दिलाने के लिए मतदाताओं को लुभाने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए थे।
चुनावी जंग में नहीं उतरेंगे
हालांकि, कमलनाथ का फैसला उनका अपना है या पार्टी का, इस बारे में फिलहाल कुछ स्पष्ट नहीं किया जा सकता। उन्होंने हाल ही में प्रमुख विपक्षी दल भाजपा के पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में शामिल होने के बाद पार्टी के प्रचार-प्रसार की जिम्मेदारी संभाली है।
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