राहुल की संसद सदस्यता रद्द होने के बाद उन्हें सुप्रीम कोर्ट की ओर से सजा मिली थी। इसके बाद दो दिनों के अंतराल में उनकी सदस्यता पुनर्स्थापित की गई। इसके परिणामस्वरूप, राहुल गांधी ने लोकसभा में 136 दिनों के बाद पुनः उपस्थिति दिखाई।
कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के साथ संसद पहुंचने पर कई विपक्षी सांसदों ने राहुल का स्वागत किया और उनके समर्थन में नारेबाजी की।
सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के परिणामस्वरूप, राहुल गांधी की संसद सदस्यता पुनर्स्थापित हो गई है, जिससे कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन में खुशी की लहर छाई है। इसके बाद, मोदी सरकार को उनके संसद में वापसी के बारे में गंभीर सवालों का सामना करना पड़ सकता था। ये भी पढ़ें Atiq Ahmed Case: माफिया अतीक अहमद की फरार पत्नी शाइस्ता परवीन भगोड़ा घोषित, पुलिस ने घर की कुर्की भी की