चंद्रयान-3 को लेकर एक बड़ी अपडेट सामने आई है। यह अंतरिक्ष यान चंद्रमा के और करीब पहुंच गया है और चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश कराने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके लॉन्च होने के बाद से पांच बार इसे कक्षा में ऊपर उठाने की प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूरा किया गया है। इसके पश्चात, अंतरिक्ष यान चंद्रमा की लगभग तीन-तिहाई दूरी तय कर ली है।
भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी (इसरो) ने चंद्रयान-3 को ट्रांसलूनर कक्षा में सफलतापूर्वक डाल दिया है। इससे पहले भी इसरो ने तीसरे चंद्रमा मिशन में अधिकतम सफलता प्राप्त करते हुए यान को चंद्र कक्षा में पहुंचाने के लिए निरंतर प्रयास किए हैं।
इसरो के अनुसार, चंद्रमा पर यह अंतरिक्ष यान इंजेक्ट होने के बाद, अगले चंद्र-कक्षा सम्मिलन (एलओआई) की योजना 5 अगस्त, 2023 को बनाई गई है। और 23 अगस्त को शाम 17:47 बजे चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग की योजना बनाई गई है।
चंद्र कक्षा में प्रवेश के बाद, यह अंतरिक्ष यान चंद्रमा के अज्ञात दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र का पता लगाने के लिए और कक्षाएं पार करके चंद्र सतह के और नजदीक आएगा। इस अभियान में भारत की अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने पहले चंद्रयान-1 और फिर चंद्रयान-2 को चंद्र कक्षा में पहुंचाने में सफलता हासिल की थी। ये भी पढ़ें कांग्रेस का PM पर तीखा हमला, कहा- राहुल गांधी की सदस्यता बहाल करने से मोदी को डर लग रहा है