आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारत में 28 अक्टूबर को यानी कल चंद्र ग्रहण लगने वाला है! साथ ही यह चंद्र ग्रहण देश के समस्त राज्यों में दिखाई देगा! इसके साथ ही वैसे तो चंद्र ग्रहण एक खगोलीय घटना है, लेकिन इसे ज्योतिषविदों के नजरिए से भी महत्वपूर्ण माना जाता है! बता दें कि वैसे भी चंद्र ग्रहण 30 साल बाद शरद पूर्णिमा के संयोग में लग रहा है! आइए जानते हैं कि भारत में यह चंद्र ग्रहण कितने बजे लगेगा और इसमें सूतक काल के क्या मायने हैं! बता दें कि ज्योतिषविदों का कहना है कि चंद्र ग्रहण 28 अक्टूबर की रात 11 बजकर 30 मिनट पर आरंभ हो जाएगा और इसका समापन देर रात 3 बजकर 56 मिनट पर होगा. चंद्र ग्रहण का 01 बजकर 05 मिनट पर स्पर्श, रात 01 बजकर 44 मिनट पर मध्य काल और इसका मोक्ष रात्रि 02 बजकर 24 मिनट पर होगा. इस अवधि में ग्रहण काल का प्रभाव सबसे ज्यादा होगा. कुल मिलाकर इस चंद्र ग्रहण की अवधि 4 घंटे 24 मिनट की होगी! भारत सहित इन देशों में दिखेगा चंद्र ग्रहण शनिवार, 28 अक्टूबर को लगने वाला खंडग्रास चंद्र ग्रहण भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी प्रशांत महासागर और रूस के पूर्वी भाग में दिखाई होगा. चंद्रोदय के समय ग्रहण का अंत ब्राजील के पूर्वी भाग और कनाडा व उत्तर और दक्षिण अटलांटिक महासागर में दिखाई देगा.
कितने बजे लगेगा चंद्र ग्रहण का सूतक काल? (Chandra Grahan 2023 Sutak kaal timing)
शास्त्रों के अनुसार, चंद्र ग्रहण से ठीक 9 घंटे पहले सूतक काल लग जाता है, जिसमें कई शुभ और मांगलिक कार्य वर्जित होते हैं. इस चंद्र ग्रहण का सूतक काल 28 अक्टूबर को शाम 04 बजकर 05 मिनट पर लग जाएगा. इस अवधि में मंदिरों के कपाट बंद रहते हैं. सूतक काल में भगवान की पूजा या उनकी प्रतिमाओं को स्पर्श नहीं करना चाहिए!