बता देंं कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा परिसर में वेब सीरीज महारानी की शूटिंग हो रही है, जिसका निर्देशन हंसल मेहता कर रहे हैं। अब विधानसभा में शूटिंग को लेकर नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने आलोचना की और इसे बेहद शर्मनाक बताया था। इसके साथ ही वहीं, अब उमर अब्दुल्ला की टिप्पणी पर निर्देशक हंसल मेहता ने पलटवार किया है और इसे लोकतंत्र का अपमान बताया।
दरअसल पूर्ववर्ती जम्मू-कश्मीर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अब्दुल्ला ने शुक्रवार को विधानसभा परिसर के अंदर हुमा कुरेशी अभिनीत वेब सीरीज महारानी की शूटिंग की अनुमति देने के लिए जम्मू-कश्मीर प्रशासन की आलोचना की थी और इसे “बेहद शर्मनाक” बताया था।
एक्स पर अबदुल्ला ने लिखा था कि ये है “लोकतंत्र की जननी” का असली चेहरा, जहां सभी दलों, धर्मों, पृष्ठभूमि और जम्मू-कश्मीर के कुछ हिस्सों से चुने गए लोगों के प्रतिनिधि बहुत महत्वपूर्ण मामलों पर कानून बनाते थे, अब इस जगह को अभिनेता और कलाकार इसे टीवी नाटकों के सेट के रूप में उपयोग करते हैं।
आगे अबदुल्ला ने कहा कि कितनी शर्म की बात है कि जम्मू-कश्मीर में भाजपा संचालित सरकार ने लोकतंत्र के प्रतीक, जहां वे कभी बैठते थे और शासन करते थे, इसको इस दुखद स्थिति में पहुंचा दिया है। यहां तक कि उनके पास एक नकली सीएम भी है जो उस कार्यालय से आ रहा है जिस पर मुझे छह साल तक रहने का विशेषाधिकार प्राप्त था। कितनी बड़ी शर्म की बात है।
वहीं अबदुल्ला के एक्स पर डायरेक्टर हंसल मेहता ने एक्स पर लिखा कि इसमें शर्म की क्या बता है, ड्रामा बनाना लोकतंत्र या ‘लोकतंत्र की जननी’ का अपमान किस तरह से कर रहा है? फिल्म के सेट पर एक्टर्स और बैकग्राउंड एक्टर्स (जिन्हें आप एक्सट्रा कहते हैं) सभी इस देश के सिटीजन हैं और उनके पास गरिमा के साथ काम करने के सारे हक हैं और वह सभी सम्मान और समझ के हकदार हैं, खासतौर पर आप जैसे पढ़े-लिखे लोगों से।
पूरी दुनिया के देशों में हमे शूटिंग के लिए पब्लिक प्लेस, सरकारी बिल्डिंग्स, काउंसिल हॉल जैसी जगहों को इस्तेमाल करने की इजाजत दी जाती है। इस तरह के रवैये के चलते भारत को अनफ्रेंडली शूटिंग लोकेशन माना जाता है, इसलिए वह विदेशों में शूटिंग करना बेहतर समझते हैं।