भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राजस्थान के राज्य सरकार के खिलाफ ‘नहीं सहेगा राजस्थान’ अभियान के तहत प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में भाजपा के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोका और पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया। राजस्थान के विभिन्न हिस्सों से बड़ी संख्या में आए कार्यकर्ता भाजपा के सचिवालय के बाहर मार्च किया और विरोध प्रदर्शन किया।
भाजपा के राज्यसभा सदस्य किरोड़ी लाल मीणा ने बताया कि लोग चुनाव में सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए तैयार हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सचिवालय भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है।
विरोध प्रदर्शन में महिला नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भी हिस्सा लिया। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शन से उपजी स्थिति को पुलिसकर्मियों ने कुशलतापूर्वक संभाला और पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया। कार्रवाई में भाजपा के कुछ नेताओं को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बताया कि स्टेच्यू सर्किल पर पार्टी कार्यकर्ता एक बैरिकेडिंग को पार कर दूसरी बैरिकेडिंग की ओर बढ़ गए और पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया। विरोध प्रदर्शन के बाद पार्टी नेताओं ने गिरफ्तारियां दीं। रैली के दौरान जब पार्टी कार्यकर्ता पैदल मार्च कर रहे थे, तो उनके पीछे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनियां, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और अन्य नेता रथनुमा एक मिनी बस में सवार थे। बाद में वे राज्य सरकार के विरोध में स्टेच्यू सर्किल पर धरने पर बैठ गए और फिर उन्होंने गिरफ्तारियां दीं।
यह प्रदर्शन भाजपा के और राज्य सरकार के बीच राजनीतिक संघर्ष के चलते हुआ। राजस्थान के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री और सरकार के नेता ने बचाव किया कि सरकार के खिलाफ ऐसे प्रदर्शन का अभियान चला रही है जिसमें भाजपा के नेताओं की भागीदारी है। पुलिस बलों ने विरोध प्रदर्शन को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए।