विनोद कुमार
जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव को लेेकर भाजपा हाईकमान ने गंभीरता से ले रही है। टिकटों के वितरण में किसी तरह की कोताही नहीं बरती जा रही है। संगठनात्मक जिलों के पांच पांच नेताओं की अलग अलग बैठकों के बाद प्रस्तावित उम्मीदवारों की सूची तैयार करने बाद अब अंतिम रूप देने के पार्टी राष्ट्रीय महासचिव बीएल संतोश 22 अग्रस्त को जम्मू कष्मीर का दौरा करेंगे। अपने दौरे के दौरान सभी सीटों पर उम्मीदवारों को अंतिम रूप देंगे।
भारतीय जनता पार्टी के लिये जम्मू-कष्मीर के विधानसभा चुनाव बहुत अहम है। पांच अगस्त 2019 को केंद्र सरकार ने संवैधानिक बदलाव करते हुए 370 में संशोधन किया और 35ए को हटाया था। उसके बाद जम्मू-कष्मीर की कईं सियासी जमातों ने सुप्रीम कोर्ट का दरबाजा भी खटखटाया था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने सरकार के फैसले को उचित ठहराया और साथ ही साथ केंद्र सरकार को 30 सितंबर तक जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव करवाने का निर्देश दिया है। निर्वाचन आयोग ने चुनाव का भी ऐलान कर दिया है। जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में चुनाव करने का ऐलान किया है। पहले चरण की अधिसूचना कल यानि मंगलवार को जारी की जाएगी और आखिरी चरण का मतदान पहली अक्तूबर को होगा और चार अक्तूबर को गिनती होगी।
आज नेकां ने अपने घोषणा पत्र में भी साफ कर दिया है कि अगर चुनावों के बाद उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो, 370 और 35ए की वापसी को लेकर संघर्ष में तेजी लाएगी। सिर्फ इतना ही नहीं एक निजी चैनल के साथ बातचीत में भी उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि सरकार में आते ही पहला प्रस्ताव 370 को लेकर पारित किया जाएगा। इससे बीजेपी के लिये यह चुनाव और भी अहम हो जाते है।
उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया में सभी पहलुओं को ध्यान में रखा जा रहा है। चुनाव प्रभारी एवं केंद्रीय मंत्री जी के रड़डी, जम्मू-कश्मीर मामलों के प्रभारी एवं राष्ट्रीय महामंत्री तरूण चुग, सह प्रभारी अषीश सूद समेत कई बड़े नेताओं की टीम ने संगठनात्मक जिले के पांच पांच सदस्यों से सदस्यों से संभावित उम्मीदवारों के साथ चर्चा की है। प्रस्तावित सूची तैयार करने के बाद पार्टी राष्ट्रीय महासचिव बीएल संतोष 22 अग्रस्त को अपने दौरे के दौरान अंतिम रूप देंगे।