महाराष्ट्र की ऐतिहासिक और भक्ति से ओतप्रोत पंढरपुर अषाढ़ी वारी इस बार एक विवाद के घेरे में आ गई है। शिवसेना की विधायक मनीषा कायंदे द्वारा इस पवित्र यात्रा में कथित ‘अर्बन नक्सलियों’ की घुसपैठ का मुद्दा उठाए जाने के बाद राज्य की सियासत गरमा गई है। इस मामले में अब डिप्टी सीएम और शिवसेना के वरिष्ठ नेता एकनाथ शिंदे ने प्रतिक्रिया दी है।
एकनाथ शिंदे ने कहा, “मनीषा कायंदे ने वारी में अर्बन नक्सलियों की संभावित मौजूदगी की बात उठाई है। लाखों वारकरी इस यात्रा में शामिल होते हैं, ऐसे में अगर असामाजिक तत्वों ने इसमें घुसपैठ की होगी तो उसकी गंभीरता से जांच करवाई जाएगी।”
गढ़चिरौली में नक्सलवाद लगभग खत्म – शिंदे
डिप्टी सीएम शिंदे ने आगे बताया कि राज्य सरकार लगातार नक्सलवाद को जड़ से खत्म करने की दिशा में काम कर रही है। उन्होंने कहा, “गढ़चिरौली का नक्सलवाद अब समाप्ति के कगार पर है। जब मैं वहां मंत्री था, तब मैंने रोजगार विकास की शुरुआत की थी। अब मुख्यमंत्री खुद वहां के पालक मंत्री हैं और उन्होंने इसे गंभीरता से लिया है।”
“2026 तक नक्सलवाद का पूरी तरह खात्मा” – अमित शाह का हवाला
शिंदे ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान का हवाला देते हुए कहा कि केंद्र सरकार का लक्ष्य 2026 तक देश से नक्सलवाद का पूरी तरह सफाया करना है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जो लोग नक्सलियों को प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से सहयोग करते हैं – चाहे आर्थिक रूप से, कानूनी रूप से या संगठनात्मक रूप से – उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि, “हम किसी को यूं ही ‘अर्बन नक्सल’ का तमगा नहीं देंगे। जो तथ्यात्मक रूप से दोषी पाए जाएंगे, सिर्फ उन्हीं पर कार्रवाई होगी। निर्दोषों को परेशान नहीं किया जाएगा।”
विकास के जरिए नक्सलवाद पर वार
शिंदे ने यह भी कहा कि महाराष्ट्र सरकार विकास को प्राथमिकता दे रही है। “हमने गढ़चिरौली जैसे क्षेत्रों में माइनिंग, स्वास्थ्य सुविधाएं और रोजगार के अवसर बढ़ाए हैं। विकास और सुरक्षा साथ-साथ चलेंगे। मोदी जी ने आतंकवाद मिटाने की बात कही थी, अब उसी तरह देश से नक्सलवाद भी खत्म करना है।”
इस पूरे मामले में अब प्रशासन की जांच रिपोर्ट का इंतजार है। फिलहाल, सरकार की ओर से यह स्पष्ट संकेत मिल गया है कि जो भी इस पवित्र यात्रा को बदनाम करने की कोशिश करेगा, उसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।