राजेश केहर, हिंदू तख्त के वरिष्ठ प्रचारक और अखिल भारतीय हिंदू सुरक्षा समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ने इस मामले पर टिप्पणी की और कहा कि श्रद्धालुओं को इस नए नियम की जानकारी के लिए मंदिर परिसर में सूचना बोर्ड लगा दिए गए हैं। इसका पालन सख्ती से किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि उत्तराखंड में संत समाज ने पहले ही अपने प्रसिद्ध मंदिरों में ड्रेस कोड लागू किया है और अब पटियाला के श्री काली माता मंदिर में भी इसे अपनाया गया है।
यह नियम श्रद्धालुओं के साथ धार्मिक भावनाओं की सम्मान करने का एक प्रयास है। इससे पहले छोटे वस्त्र पहन कर आने वाले श्रद्धालुओं के साथ अनुचितताएं होती थीं, जो अब अवरुद्ध की जाएगी। राजेश केहर ने बताया कि इस नए नियम को हिंदू तख्त के अधीन आने वाले पंजाब के अन्य मुख्य मंदिरों में भी लागू किया जाएगा। मंदिर की सुरक्षा कर्मियों के बाद इसे लागू कराने की जिम्मेदारी रहेगी और हिंदू तख्त और हिंदू सुरक्षा समिति के वॉलंटियर भी इसे निगरानी करेंगे।
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