शाम को गुजरात तट से उठा ‘बिपारजॉय’ नामक एक गंभीर चक्रवाती तूफान ने अरब सागर से टकराया है। यह तूफान खतरनाक है और अब भी चारों ओर अपना प्रभाव दिखा रहा है। इस हादसे में दो लोगों की मौत हो गई है और 22 लोगों को घायल किया गया है।
तूफान के समुद्र तटों से टकराने के बावजूद, इसकी हवा अगले 4-5 दिनों तक पूर्वी दिशा में 30-40 किलोमीटर प्रतिघंटे की गति से बढ़ेगी। इसके कारण दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में वर्षा की संभावना है। मौसम विभाग ने 16 से 19 जून तक पंजाब भर में बारिश और 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाओं की भविष्यवाणी की है।
यह चक्रवाती तूफान लोगों के लिए खतरा पैदा कर सकता है और लोगों से आग्रह है कि वे सतर्क रहें और अपनी सुरक्षा के लिए आवश्यक उपाय अपनाएं। सरकारी अधिकारियों ने लोगों को तूफान से बचने के लिए आवश्यक कार्रवाई करने की सलाह दी है, जैसे कि समुद्र तटीय क्षेत्रों से दूर रहना, सुरक्षित स्थान पर शरीरिक और मानसिक सुरक्षा की जांच करना और सरकारी निर्देशों का पालन करना।
यह तूफान भारतीय तटों के निकट राज्यों के लिए भी चिंता का कारण बन सकता है और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी जाती है। राष्ट्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी अगेंसी (एनडीएमआरए) ने लोगों को बारिश, उच्च तेज वायु गति और समुद्र तटों के बावजूद बहुत अच्छी सतर्कता बरतने की सलाह दी है।
इस तूफान से बचने के लिए, लोगों को मौसम सूचनाएं और सरकारी अद्यतनों का नियमित रूप से ध्यान देना चाहिए और निर्देशों का पालन करना चाहिए। वे सुरक्षित स्थान पर रहें और आवश्यकता होने पर स्थानीय प्राधिकारियों की मार्गदर्शन का पालन करें।
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