कठुआ। एक अक्तूबर को तीसरे चरण के लिए होनी वाली मतदान प्रक्रिया से पहले जिले में मतदान का बिगुल बज गया है। शुक्रवार को जिले के सभी विधानसभा हलकों में दिव्यांगों और 85 वर्ष से अधिक आयु के लोगों ने घर से ही अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
मतदान केंद्राें की लाइनों में न लगकर और घर में ही अपनी सुविधा अनुसार वोट डालकर मतदाता भी खुश दिखाई दिए। कठुआ से लेकर बनी तक मतदान कर्मी दिनभर घर-घर जाकर मतदान प्रक्रिया को पूरा करवाते नजर आए। इन मतदाताओं की सुविधा के लिए चुनाव आयोग की ओर से इनके घर पर ही अस्थायी बूथ स्थापित कर निष्पक्ष मतदान की प्रक्रिया आयोजित की गई थी। दिव्यांग भोला सिंह ने कहा कि सरकार की यह सुविधा बेहद अच्छी है। पहले थोड़ी दूरी पर स्कूल में वोटिंग के लिए ले जाते थे। इससे पहले दो तीन बार मतदान किया है लेकिन पहली बार घर पर ही वोटिंग की सुविधा मिली है। इसी तरह दिव्यांग मुल्क राज ने बताया कि पिछले नौ साल से वे दृष्टिहीन हैं। अब किसी के सहारे की जरूरत नहीं पड़ी और वह घर में रहकर ही वोट डाल पाए हैं। उन्होंने कहा कि गरीबी में समय गुजार रहे हैं। नए विधायक से उम्मीद है कि कहीं आशियाने के लिए गरीब लोगों को जगह अलॉट की जाए ताकि वे भी चैन की जिंदगी जी पाएं। उधर, पहाड़ी सब डिवीजन बनी में भी मतदाताओं में खासा उत्साह देखने को मिला। अपने बिस्तर और घर के आंगन में ही मतदान कर्मियों को देखकर और मतदान कर वे भी उत्साहित नजर आए। बसोहली, बिलावर के क्षेत्रों में भी चुनाव कर्मियों ने इस श्रेणी के मतदाताओं का घर जाकर मतदान करवाया। उधर 95 वर्षीय बलवान सिंह ने बताया कि वह चल नहीं सकते हैं। पहली बार घर में ही चुनाव कर्मियों ने मतदान प्रक्रिया पूरी करवाई है। यह इस उम्र के लोगों के लिए एक बड़ी सुविधा है। जो स्वागत योग्य है।