जम्मू
विनोद कुमार
जम्मू-कश्मीर की 90 सीटों पर होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस पर गृह मंत्री अमित षाह ने कईं सवाल उठाए हैं। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने जमकर निशाना साधा है। अमित शाह ने कहा कि सत्ता के लालच में बार-बार देश की एकता और सुरक्षा के साथ खेलने वाली कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर चुनाव में अब्दुल्ला परिवार की नेशनल कांफ्रेंस के साथ गठबंधन करके फिर से अपने मंसूबों को देश के सामने रखा है।
अमित शाह ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के घोषणा पत्र पर कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी से 10 सवाल पूछे हैं।
1) क्या कांग्रेस नेकां के जम्मू-कश्मीर में फिर से अलग झंडे के वादे का समर्थन करती है?
2) क्या राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी 370 और 35ए की वापसी का समर्थन करती है ताकि जम्मू-कश्मीर को फिर से अशांति और आतंकवाद पनप सके?
3) क्या कांग्रेस कश्मीर के युवाओं के बदले पाकिस्तान के साथ वार्ता करके फिर से अलगाववाद को बढ़ावा देने का समर्थन करती है?
4) क्या कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी, पाकिस्तान के साथ क्रास एलओसी ट्रेड शुरू करने के नेशनल कांफ्रेंस के निर्णय के साथ खड़ी है?
5) क्या कांग्रेस आतंकवाद और पत्थरबाजी की घटनाओं में शामिल लोगों के परिजनों को फिर से सरकारी नौकरी में बहाल करने की वकालत करती है, ताकि दोबारा से आतंकवाद और दहशतगर्दी का दौर शुरू हो?
6) इस गठबंधन से कांग्रेस पार्टी का आरक्षण विरोधी चेहरा सामने आया है, क्या कांग्रेस दलितों, गुज्जर, बकरवाल और पहाड़ियों के आरक्षण को समाप्त कर फिर से उनके साथ अन्याय करना चाहती है?
7) क्या कांग्रेस चाहती है कि ‘शंकराचार्य पर्वत’ का नाम ‘तख़्त-ए-सुलिमान’ और ‘हरि पर्वत’ का नाम ‘कोह-ए-मारन’ रखा जाए?
8) क्या कांग्रेस जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था को पाकिस्तान समर्थित गिने-चुने परिवारों के हाथों में सौपने का समर्थन करती है?
9) क्या कांग्रेस पार्टी जम्मू और घाटी के बीच भेदभाव की राजनीति का समर्थन करती है?
10) क्या कांग्रेस और राहुल गांधी कश्मीर को ऑटोनॉमी देने की नेकां की विभाजनकारी सोच और नीतियों का समर्थन करते हैं?