दिल्ली सरकार द्वारा शुरू की गई वृहत योजना के तहत अगले दो वर्षों में दिल्ली के हर घर तक पानी की निर्बाध आपूर्ति को सुनिश्चित किया जाने की योजना है। इस योजना के अंतर्गत कई उपाय अपनाए जा रहे हैं।
योजना के तहत, दिल्ली सरकार ऊंचे जल स्तर वाले क्षेत्रों में ट्यूबवेल लगाने का कार्य कर रही है। इसके साथ ही, शोधित सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP) के द्वारा झीलों का कायाकल्प किया जा रहा है और भूजल स्तर को बढ़ाने का काम भी हो रहा है। झीलों के पानी को रिवर्स ऑस्मोसिस मशीनों द्वारा फिल्टर किया जाएगा और इसे लोगों के घरों तक पहुंचाया जाएगा। सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का रिडेवलपमेंट किया जा रहा है ताकि उच्चतम मानकों को पूरा किया जा सके। इसके साथ ही, सरकार बागवानी और निर्माण स्थलों पर ट्रीटेड अपशिष्ट जल के उपयोग को बढ़ावा देगी।
वर्तमान में, दिल्ली को प्रतिदिन करीब 1000 एमजीडी पानी की आपूर्ति हो रही है जबकि दिन की आवश्यकता 1300 एमजीडी है। इसके लिए दिल्ली सरकार और जल बोर्ड संयुक्त रूप से काम कर रहे हैं ताकि अगले दो-तीन सालों में निर्बाध पानी की आपूर्ति प्रदान की जा सके।
वर्तमान में, दिल्ली को यमुना नदी से 267 एमजीडी, हरियाणा की दो नहरों और यमुना के माध्यम से 675 एमजीडी, और उत्तर प्रदेश की अपर गंगा कैनल से 253 एमजीडी पानी मिलता है। इसके अलावा, ट्यूबवेल और रेनवॉटर हार्वेस्टिंग के माध्यम से भी पानी प्राप्त किया जाता है।
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