आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जनता को जात-धर्म के नाम पर लड़वाने के अलावा भाजपा के पास कोई मुद्दा नहीं है। लेकिन हरियाणा की जनता भाजपा की इस जालसाजी का शिकार नहीं हुई। 36 बिरादरी ने एकजुट होकर कांग्रेस को वोट दिए और भाजपा की हवा निकाल दी। यह बात पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कही। वे बुधवार को अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
कांग्रेस गठबंधन को पूरे देश में मिले सबसे अधिक वोट- हुड्डा
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा (Former CM Bhupendra Singh Hooda) ने कहा कि चुनाव में सिर्फ ‘पार’ वाले नारों से नहीं बल्कि काम करने से बेड़ा पार होता है। इसीलिए एक के बाद एक बीजेपी के नारों की हवा निकल रही है और जनता उसे जमीनी सच्चाई से अवगत करवा रही है। हुड्डा ने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस गठबंधन को पूरे देश में सबसे ज्यादा वोट मिले हैं। कांग्रेस गठबंधन को प्रदेश में 47.61 प्रतिशत वोट हासिल हुए। दूसरा नंबर कर्नाटक का है, जहां कांग्रेस को 45.3 प्रतिशत वोट मिले। 2019 में कांग्रेस को सिर्फ 28 प्रतिशत वोट मिले थे, जिसमें इस बार 20% की बढ़ोतरी हुई है।
हरियाणा में चल रही सत्ता विरोधी लहर- भूपेंद्र सिंह हुड्डा
वहीं, भाजपा के वोटो में करीब 12 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली। 2019 में भाजपा को 58 प्रतिशत वोट मिले थे, जो इस बार घटकर 46 प्रतिशत रह गए हैं। इसे स्पष्ट है कि हरियाणा में सत्ता विरोधी लहर चल रही है। विधानसभा चुनाव में जनता बीजेपी का सूपड़ा साफ कर कांग्रेस की सरकार लाने जा रही है। हुड्डा ने कहा कि इस बार जनता ने सिर्फ बीजेपी को ही नहीं, बल्कि विपक्ष का वोट बांटने के लिए चुनाव लड़ने वाली पार्टियों को भी सबक सिखाया है। आने वाले विधानसभा चुनाव में भी वोट काटू उम्मीदवारों को जनता इसी तरह नजरअंदाज करेगी।
साढ़े चार लाख करोड़ के कर्ज में दबाया- हुड्डा
10 साल में भाजपा ने हरियाणा में कोई पावर प्लांट, बड़ी यूनिवर्सिटी, बड़ा संस्थान, मेट्रो, रेलवे लाइन या बड़ी परियोजना स्थापित नहीं की। बावजूद इसके इस सरकार ने हरियाणा को साढ़े चार लाख करोड़ के कर्ज तले दबा दिया। यही वजह है कि प्रदेश की जनता इस सरकार को सत्ता से बेदखल करने के लिए तैयार बैठी है। कांग्रेस ने राज्यपाल से अल्पमत की बीजेपी सरकार को बर्खास्त करने और प्रदेश में जल्द चुनाव करवाने की मांग की है।