फरवरी से डटे किसानों ने दिल्ली कूच करने का किया एलान

शंभू बॉर्डर पर फरवरी से डटे किसानों ने दिल्ली कूच का एलान कर दिया है। संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक के सदस्य जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि वह शंभू बॉर्डर के खुलते ही दिल्ली के लिए कूच कर देंगे। उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की है कि उनको जंतर मंतर या दिल्ली के रामलीला मैदान में शांति पूर्ण प्रदर्शन करने की अनुमति दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर रास्ते में कहीं पर भी सरकार की तरफ से उनको रोकने का प्रयास किया गया तो वह वहीं पर धरना शुरू कर देंगे और जिसकी जिम्मेदारी पूरी तरह से सरकार की होगी। डल्लेवाल ने कहा कि हम ट्रैक्टर ट्रालियों के साथ कूच करेंगे, क्योंकि बारिश, गर्मी व सर्दी से बचने के लिए उनके पास एकमात्र विकल्प ट्राली ही होती है। उन्होंने कहा कि कूच में थोड़ा समय लग सकता है क्योंकि हमें सामान समेटने में समय लगेगा लेकिन दिल्ली कूच होकर रहेगा। इसी के लिए ही हमने अपना आंदोलन शुरू किया था। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार बॉर्डर खोलने के लिए तैयार नहीं हो रही है जबकि हाई कोर्ट की तरफ से इस संबंध में स्पष्ट निर्देश जारी किया गया है। हरियाणा सरकार सुप्रीम कोर्ट गई है। उन्होंने कहा कि हमने नहीं, हरियाणा सरकार ने रास्ता बंद किया हुआ है। किसानों ने शुभकरण की मौत के मामले में एफएसएल की जांच पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि किसानों को बदनाम करने के लिए शॉटगन का इस्तेमाल दिखाया गया है। डल्लेवाल ने कहा कि बुधवार को उनकी एसपी ऑफिस का घेराव करने की भी तैयारी है। वह बुधवार को सुबह अनाज मंडी में एकत्रित होंगे और उसके बाद ही एसपी ऑफिस के लिए कूच करेंगे। उन्होंने 15 अगस्त को ट्रैक्टर मार्च निकालने का भी फैसला लिया है।