बद्रीनाथ के कपाट खुले, मंदिर को 15 टन फूलों से सजाया गया।

बद्रीनाथ: उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित बद्रीनाथ मंदिर के कपाट छह महीने बंद रहने के बाद रविवार को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच भगवान विष्णु को समर्पित मंदिर के कपाट सुबह छह बजे खोले गए। इस अवसर पर मंदिर में विभिन्न किस्मों के पंद्रह टन फूलों से सजावट की गई और भारतीय सेना के जवानों ने भक्ति संगीत बजाया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष महेंद्र भट्ट और टिहरी विधायक किशोर उपाध्याय भी मौजूद थे। सबसे पहले बद्रीनाथ धाम के मुख्य पुजारी, रावल, धर्माधिकारी और वेदपाठियों द्वारा मंदिर में विशेष पूजा की गई।

मुख्य मंदिर के साथ ही बद्रीनाथ धाम में स्थित गणेश, घंटाकर्ण, आदि केदारेश्वर, आदि गुरु शंकराचार्य मंदिर और माता मूर्ति मंदिर के कपाट भी श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं। अधिकारियों ने यहां बताया कि स्थानीय प्रशासन ने धाम की यात्रा को सुरक्षित और सुचारू बनाने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली हैं।

बद्रीनाथ के कपाट खुलने के साथ ही इस साल की चार धाम यात्रा जोरों पर शुरू हो गई है। हर साल दिवाली के बाद चारों धामों- बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए जाते हैं। अगले साल अप्रैल-मई में कपाट फिर से खुलते हैं। छह महीने तक चलने वाली इस तीर्थयात्रा के दौरान देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु चार धामों के दर्शन के लिए आते हैं। हिमालय के मंदिर केदारनाथ के कपाट पिछले शुक्रवार को खोले गए थे। गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिर 30 अप्रैल को खोले गए थे।