श्रीनगर: सोमवार को बांदीपोरा में हुई एक मुठभेड़ में सेना ने उमर लोन को मार गिराया। उमर लोन बारामूला जिले के पट्टन का निवासी था। सेना के 3 सेक्टर, राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर) के कमांडर विपुल त्यागी ने मंगलवार को बांदीपोरा में यह जानकारी दी। कमांडर त्यागी ने बताया, “लोन 2018 से सक्रिय था और वह ‘ए’ श्रेणी का आतंकवादी था, जो लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) से जुड़ा हुआ था।” यह अभियान 16/17 जून की मध्य रात्रि के दौरान शुरू किया गया था, जब सेना को बांदीपोरा के अरगाम क्षेत्र में आतंकवादियों की उपस्थिति की विशिष्ट जानकारी मिल रही थी। ब्रिगेडियर त्यागी ने कहा, “सेना ने पूरे क्षेत्र पर नजर रखी थी और 16/17 जून की रात को विशिष्ट खुफिया सूचना मिली थी। उसी सूचना पर आधारित होकर सेना, जम्मू और कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ ने संयुक्त अभियान शुरू किया।” अभियान के दौरान घात लगाकर बैठे सुरक्षा बलों ने संदिग्ध गतिविधि देखी और आतंकवादियों पर गोलियां चलाईं, जिसमें उमर लोन को मार गिराया गया। लोन वुस्संखुई पट्टन का निवासी था।
सेना अधिकारी ने बताया, “लोन कई आतंकवादी गतिविधियों में शामिल था, जिसमें भर्ती, ओवर ग्राउंड वर्कर (OGW) नेटवर्क चलाना और हत्याएं शामिल थीं। उमर लोन का खात्मा सुरक्षा बलों के लिए बड़ी सफलता है।” उन्होंने कहा कि पिछले कुछ हफ्तों से सेना, जम्मू और कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ ने उच्च परिचालन गति बनाए रखी है, जिससे सुरक्षा बलों को काफी सफलता मिली है और कई पुराने आतंकवादियों को मारा गया है।
ब्रिगेडियर त्यागी ने यह भी बताया की , “हमें इन अभियानों के दौरान लोगों का समर्थन भी मिला है और ऐसे अभियान भविष्य में भी जारी रहेंगे।” यह मुठभेड़ सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी सफलता है और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण कदम है।