लद्दाख लोकसभा सीट के लिए मतदान 20 मई को होना है। इस बर्फीले रेगिस्तान के दूरदराज गांवों तक पहुंचना कोई आसान नहीं है। चुनाव आयोग सफलतापूर्वक चुनाव कराने के लिए पूरे जतन से जुटा है। प्रदेश के नौ मतदान केंद्र ऐसे हैं, जहां मतदान कर्मचारियों को हेलीकॉप्टर से पहुंचाया जाएगा। इनमें लेह जिले के छह और कारगिल के तीन मतदान केंद्र हैं।
वायुसेना के हेलीकॉप्टर 16 मई से उड़ानें भरेंगे। लद्दाख निर्वाचन कार्यालय के अनुसार, लेह जिले के दूरदराज इलाकों में बने मतदान केंद्रों में मतदान कर्मियों को पहुंचाने के लिए 16 से 18 मई तक हेलीकॉप्टर उड़ान भरेंगे। वहीं, कारगिल जिले में दूरदराज के तीन मतदान केंद्रों में 17 और 18 मई को हेलीकॉप्टर से कर्मचारियों को पहुंचाया जाएगा। पोलिंग स्टाफ को पहुंचाने से पहले ट्रायल उड़ानें भी होंगी।
15 मई तक होम वोटिंग की प्रक्रिया होगी पूरी
लद्दाख के मुख्य निर्वाचन अधिकारी यतिन्द्र एम मरालकर ने लेह में प्रशासन एवं वायुसेना के अधिकारियों के साथ बैठक कर प्रबंधों की समीक्षा की। लद्दाख प्रशासन 15 मई तक दोनों जिलों में होम वोटिंग की प्रक्रिया पूरी कर लेगा। इसके लिए कर्मचारी 85 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों और दिव्यांगों के घर जाकर वोट डलवा रहे हैं।
20 मई को केंद्रों में कर्मचारी कराएंगे मतदान
पोस्टल बैलेट से मतदान करा रहे ये कर्मचारी 20 मई को मतदान केंद्रों में पोलिंग स्टाफ, पर्यवेक्षक, लघु पर्यवेक्षक, सुरक्षा, आवश्यक सेवाओं की आदि की जिम्मेदारी भी संभालेंगे। लेह जिले में मतदान कर्मियों की 11 टीमें इस समय दूरदराज इलाकों में होम वोटिंग करा रही हैं। लद्दाख में तीन प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। भाजपा ने ताशी ग्यालसन और कांग्रेस ने सेरिंग नामग्याल को उतारा है। निर्दलीय हाजी हनीफा जान भी मैदान में हैं।
16 मई से उड़ानें भरेंगे वायुसेना के हेलीकाप्टर
लद्दाख के मुख्य निर्वाचन अधिकारी यतिन्द्र एम मरालकर ने बताया कि लद्दाख दूरदराज के मतदान केंद्रों में समय पर पोलिंग टीमें पहुंच जाएं। दोनों जिलों के चुनाव अधिकारी सुनिश्चित करें कि मतदान दलों व सुरक्षा कर्मियों को दूरदराज और दुर्गम स्थानों तक हेलीकॉप्टर से पहुंचाया जाए।
लेह के लिंगशेड, डिपलिंग, झिंगचेन, कार्तसे, स्कम्पाटा व स्कम्पटा-गोंगमा मतदान केंद्रों तक पोलिंग स्टाफ को पहुंचाने के लिए हेलीकाप्टर की आवश्यकता होगी।