लोकसभा 12 बजे तक के लिए स्थगित

संसद के दोनों सदनों में गतिरोध बरकरार है। इस बीच राज्यसभा में विपक्ष ने सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी कर ली है। लोकसभा में भी जोरदार हंगामे का दौरा जारी है। दस स्थिति के समाधान के लिए उपराष्ट्रपति आज अहम बैठक करने वाले हैं। राहुल गांधी भी कांग्रेस सांसदों से मुलाकात कर आगे की रणनीति तैयार करेंगे।

राज्यसभा में कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री एसएम कृष्णा को श्रद्धांजलि दी गई। एसएम कृष्णा का मंगलवार सुबह बंगलूरू में निधन हो गया था।

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि सदन की गरिमा बनाकर रखनी चाहिए। आप सभी अपने-अपने सवाल उठाए, सरकार से जवाब मांगें। सरकार के लोगों के साथ बैठकर चर्चा करें। मैं आपसे उम्मीद करता हूं कि आप सभी ऐसा ही करेंगे। इसके बाद भी सदन में हंगामा होता रहा। हंगामा रुकता न देख लोकसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

शिवसेना (UBT) नेता संजय राउत ने कहा, “राहुल गांधी के नेतृत्व पर कोई सवाल नहीं उठा रहा है…वे हम सबके नेता हैं…INDIA गठबंधन के बारे में अगर हमारे कुछ साथी चाहे TMC हो, चाहे लालू जी, अखिलेश जी हो, उनकी एक अलग राय बनती है…हम सबने मिलकर INDIA गठबंधन बनाया है। अगर कोई नई बात रखना चाहता है और INDIA गठबंधन को ताकत देना चाहता है…तो उस पर विचार होनी चाहिए और कांग्रेस को चर्चा में शामिल होकर अपनी बात रखनी चाहिए…”

कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, “…हम रोज कोशिश कर रहे हैं लेकिन वो(सरकार) चर्चा नहीं चाहते। किसी ना किसी बहाने वो सदन की कार्यवाही स्थगित करा रहे हैं…”

केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, “चाहे कोई भी मुद्दा हो, हमें संसदीय कार्यवाही को बाधित नहीं करना चाहिए। समाजवादी पार्टी, टीएमसी और कांग्रेस के सांसदों समेत कई सांसद मेरे पास आए हैं। राज्यसभा में पूरी कांग्रेस पार्टी सदन में बहस और चर्चा चाहती है। केवल राहुल गांधी ही हैं जो संसदीय कार्यवाही में हिस्सा नहीं लेना चाहते। शायद राहुल गांधी संसदीय लोकतंत्र में विश्वास नहीं रखते लेकिन बाकी सभी सांसद सदन में बहस और चर्चा में बहुत रुचि रखते हैं। हर सांसद को अपने क्षेत्र की चिंता है…राहुल गांधी को किसी मुद्दे की चिंता नहीं है…सरकार कमजोर नहीं है। हमारे पास संख्या है…अगर कोई महत्वपूर्ण काम या बिल है जिसे पारित करने की जरूरत है, तो हम करेंगे। हम अभी ऐसा इसलिए नहीं कर रहे हैं क्योंकि हम उन मुद्दों पर उचित चर्चा चाहते हैं…”