बता संसद पर 2001 में किए गए आतंदें की हमले की बरसी के दिन बुधवार को सुरक्षा में सेंधमारी की बड़ी घटना सामने आई थी। दोपहर करीब एक बजे जब लोकसभा की कार्यवाही चल रही थी, तब दर्शक दीर्घा से दो लोग सदन के अंदर कूद गए और सांसदों की बैठने की जगह पर दौड़ते नजर आए। इस दौरान उन्होंने अपने जूते में छिपाकर लाए ‘केन’ के जरिए पीले रंग का धुआं भी स्प्रे किया। घटना के तत्काल बाद दोनों को पकड़ लिया गया। इस घटना के कुछ देर बाद ही पीले और लाल रंग का धुआं छोड़ने वाली ‘केन’ लेकर संसद भवन के बाहर प्रदर्शन करने वाले एक पुरुष और एक महिला को भी गिरफ्तार किया गया।
अब आरोपियों के बारे में जानिए
सदन में कूदने वाले दोनों आरोपियों की पहचान सागर शर्मा और मनोरंजन डी. के रूप में हुई। संसद भवन के बाहर से गिरफ्तार किए गए दो लोगों की पहचान हरियाणा के जींद जिले के गांव घासो खुर्द की निवासी नीलम (42) और लातूर (महाराष्ट्र) के निवासी अमोल शिंदे (25) के रूप में हुई है। चारों आरोपी संसद पहुंचने से पहले अपने सहयोगी विशाल के घर पर ठहरे थे। पुलिस ने विशाल को भी गुरुगाम से हिरासत में लिया था। पुलिस ने मामले के मास्टरमाइंड की पहचान बिहार के रहने वाले और कोलकाता में नौकरी करने वाले ललित झा के रूप में की।
अब जानते हैं पूरा घटनाक्रम
2022 में ललित झा, सागर शर्मा (26) और मनोरंजन डी (34) मैसूरु में मिले। उन्होंने देश का ध्यान खींचने के लिए संसद में घुसने की साजिश रची। बाद में नीलम और अमोल इसमें शामिल हो गए। सभी करीब चार साल से सोशल मीडिया पर एक-दूसरे के संपर्क में थे। इसके बाद पांचों फेसबुक पर भगत सिंह फैन पेज से जुड़े।
जुलाई 2023
संसद की सुरक्षा में चूक
कथित मुख्य साजिशकर्ता ललित झा के कहने पर मनोरंजन ने इस साल जुलाई में मानसून सत्र के दौरान संसद भवन की रेकी की। उसने पाया कि जो लोग संसद भवन आते हैं, उनके जूतों की जांच नहीं की जा रही।