हम सभी बचपन से यही सुनते आ रहे हैं कि शरीर के सही विकास और ग्रोथ के लिए सभी पोषक तत्वों (Nutrients) का होना जरूरी है। यही वजह है कि डॉक्टर्स से लेकर बड़े-बुजुर्गों तक सभी हमें हेल्दी और संतुलित डाइट (Balanced Diet) लेने की सलाह देते हैं। शरीर को अपना कार्य सही तरीके से करने के लिए कई सारे पोषक तत्वों की जरूरत पड़ती है और अगर ऐसे में किसी भी न्यूट्रिएंट की कमी होने पर स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं होने लगती हैं। इतना ही नहीं शरीर में पोषक तत्वों की कमी आपको मोटापे (Obesity) का शिकार भी बना सकती हैं। आमतौर पर ऐसा माना जाता है कि जरूरत से ज्यादा खाने और शारीरिक गतिविधि की कमी की वजह से भी मोटापा किसी को अपना शिकार बना सकता है। हालांकि, इन सबके अलावा शरीर में कुछ पोषक तत्वों की कमी की वजह से भी आप मोटापे का शिकार बन सकते हैं। आज इस आर्टिकल में हम आपको कुछ ऐसे ही पोषक तत्वों के बारे में बताने वाले हैं, तो आइए जानते हैं वेट गेन (Weight Gain) के लिए जिम्मेदार न्यूट्रिएंट्स के बारे में-
विटामिन डी
विटामिन डी हमारी सेहत के लिए बेहद जरूरी पोषक तत्व है। इसकी कमी मेटाबॉलिज्म और इंसुलिन सेंसिटिविटी को खराब कर सकती है, जिससे फैट बर्न होने में बाधा आती है और आपका वजन बढ़ने लगता है।
ओमेगा-3 फैटी एसिड
ओमेगा-3 फैटी एसिड हमारे शरीर को सामान्य कार्य करने में मदद करता है। इसकी कमी होने पर भूख लगने वाले हार्मोन में गड़बड़ी हो सकती है, जिससे कैलोरी युक्त फूड आइटम्स और ज्यादा खाने की क्रेविंग्स बढ़ सकती है, जो वेट गेन का कारण बनता है।
प्रोटीन
शरीर के सही विकास के लिए प्रोटीन बेहद जरूरी है। यह न सिर्फ हड्डियों और मांसपेशियों को बनाने और उनकी मरम्मत में मदद करता है, बल्कि एनर्जी का भी स्त्रोत होता है। ऐसे में इसकी कमी होने पर क्रेविंग्स और ज्यादा खाने की इच्छा बढ़ जाती है, जो वजन बढ़ाने में योगदान दे सकता है।
विटामिन बी
बी12 और बी6 जैसे विटामिन बी भी हमारे शरीर के संपूर्म विकास के लिए बेहद जरूरी है। शरीर में इसकी कमी, थकान और शुगर क्रेविंग्स का कारण बन सकती है, जिससे वजन बढ़ने में योगदान मिलता है।
आयोडीन
आयोडीन भी एक बेहद जरूरी पोषक तत्व हैं, जिसकी कमी होने पर शरीर में हाइपोथायरायडिज्म हो सकता है, जिससे मेटॉबॉलिज्म धीमा हो सकता है और वजन बढ़ सकता है।
आयरन
आयरन की कमी न सिर्फ एनीमिया की वजह बन सकती है, बल्कि यह अकसर थकान की वजह भी बन सकता है, मेटाबॉलिज्म को बाधित कर सकती है और वजन बढ़ने का कारण बन सकती है।