सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) के राजस्थान से राज्यसभा का नामांकन भरने के साथ ही उत्तर प्रदेश की सक्रिय चुनावी राजनीति में नेहरू-गांधी परिवार का सफर अब विराम के पड़ाव की ओर बढ़ गया है। भाजपा की सियासत में सक्रिय मेनका गांधी (Maneka Gandhi) अगर अगला चुनाव लड़ेंगी तो परिवार की तीसरी पीढ़ी का प्रतिनिधित्व बना रहेगा अन्यथा उत्तर प्रदेश की राजनीति में कांग्रेस व गांधी परिवार की प्रासंगिकता बनाए रखने का पूरा दारोमदार चौथी पीढ़ी के नेताओं राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा पर होगा।
दो दशक से रायबरेली का प्रतिनिधित्व कर रहीं सोनिया गांधी के राज्यसभा (Rajya Sabha) में जाने के बाद अब 2024 के लोकसभा चुनाव में उनकी जगह उनकी पुत्री कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) के इस सीट से चुनाव लड़ने की संभावनाएं जताई जा रही है। गांधी परिवार के संसदीय सफर का एक दिलचस्प पहलु यह भी है कि सोनिया गांधी ने जहां अपनी राजनीतिक सक्रियता के अंतिम दौर में राज्यसभा जाने का विकल्प चुना है, वहीं पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के संसदीय कैरियर का आगाज राज्यसभा सदस्य तौर पर हुआ था।