कानपुर: समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कानपुर के एक जमीनी विवाद के मामले को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार पर सवाल उठाए हैं। इस मामले में जमीन पर अवैध कब्जे का आरोप है, और कानपुर के जिलाधिकारी के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है।
अखिलेश यादव ने शनिवार को ट्विटर पर एक पोस्ट करके कहा कि पुलिस प्रशासन की संलिप्तता ही नहीं, उनकी निष्क्रियता भी भ्रष्टाचार का एक रूप होती है। ये निष्क्रियता और भी गंभीर होती है जब किसी का जीवन खतरे में होता है और सूचना देने के बाद भी प्रशासन अपनी अजगरी प्रवृति को नहीं छोड़ता है।
अखिलेश यादव ने और भी कहा कि जिस प्रदेश में जनता के आवेदन पत्र जितने अधिक होते हैं, वहां शासन-प्रशासन उतना कमजोर होता है। उत्तर प्रदेश प्रशासनिक-पक्षाधात का शिकार हो गया है।
इस मामले के संबंध में अखिलेश यादव ने शिकायत पत्र भी साझा किया है, जिसमें जमीन पर अवैध कब्जे के आरोप हैं।
इस मामले में प्रार्थी मोहनलाल ने कहा कि उनकी ग्राम स्थिति आराजी की जमीन पर गांव के कुछ लोग कब्जा कर रहे हैं और उनके खिलाफ हमला किया गया है।
जिलाधिकारी के खिलाफ शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई न होने पर अखिलेश यादव ने इस मामले को सार्वजनिक किया है और सरकार से न्याय मांगा है।
इसके अलावा, उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में भी जमीनी विवाद में छह लोगों की हत्या हो गई है, जिसमें पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया है कि उन्होंने कई बार इस मामले को लेकर शिकायत की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई थी।
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