अमरनाथ यात्रा की तैयारी तेज, इन मार्गों और सड़क परियोजनाओं की समीक्षा करेंगे नितिन गडकरी

केंद्रीय सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को श्रीनगर में उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है जिसमें श्री अमरनाथ यात्रा मार्ग और जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग के अलावा राष्ट्रीय और सामरिक महत्व की विभिन्न परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की जाएगी। ताकि 29 जून से शुरू होने वाली और 19 अगस्त तक चलने वाली तीर्थयात्रा की सारी तैयारी सुनिश्चित की जा सके।

नरेन्द्र मोदी सरकार में सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय का कार्यभार संभालने के बाद गडकरी की जम्मू-कश्मीर में यह पहली बैठक होगी। बता दें कि जम्मू-कश्मीर के साथ-साथ राष्ट्र के लिए महत्वपूर्ण महत्व रखने वाले कई राष्ट्रीय राजमार्ग, सुरंग, सड़कें और अन्य परियोजनाएं केंद्र शासित प्रदेश में कार्यान्वित की जा रही हैं। लद्दाख में जोजि ला सुरंग सहित विभिन्न रणनीतिक और विकास परियोजनाएं निर्माणाधीन हैं।

कई बड़े नेता होंगे शामिल

जोजि ला सुरंग लद्दाख को जम्मू-कश्मीर और देश के बाकी हिस्सों के साथ सड़क मार्ग से पूरे वर्ष जोड़ेगी। सूत्रों ने बताया कि बैठक में प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और राजमार्ग मंत्रालय और जम्मू-कश्मीर सरकार के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे।

केंद्र सरकार ने बालटाल और पहलगाम आधार शिविर से श्री अमरनाथ जी यात्रा ट्रैक पर राष्ट्रीय राजमार्ग बनाने का प्रस्ताव रखा। बैठक में इस प्रस्ताव पर चर्चा होने की उम्मीद है।

पटरियों को किया चौड़ा

कई बड़े नेता होंगे शामिल

जोजि ला सुरंग लद्दाख को जम्मू-कश्मीर और देश के बाकी हिस्सों के साथ सड़क मार्ग से पूरे वर्ष जोड़ेगी। सूत्रों ने बताया कि बैठक में प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और राजमार्ग मंत्रालय और जम्मू-कश्मीर सरकार के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे।

केंद्र सरकार ने बालटाल और पहलगाम आधार शिविर से श्री अमरनाथ जी यात्रा ट्रैक पर राष्ट्रीय राजमार्ग बनाने का प्रस्ताव रखा। बैठक में इस प्रस्ताव पर चर्चा होने की उम्मीद है।

कर्ण सिंह से की मुलाकात

सूत्रों ने कहा कि केंद्रीय सड़क और राजमार्ग मंत्री अन्य राष्ट्रीय राजमार्गों, रिंग रोड और प्रमुख परियोजनाओं पर काम की प्रगति की भी समीक्षा करेंगे। राजमार्ग मंत्रालय की एक लाख करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाएं जम्मू-कश्मीर में क्रियान्वित हो रही हैं, जो स्थानीय लोगों के लिए कनेक्टिविटी को बढ़ावा देगी।