श्रीनगर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हुर्रियत से जुड़े पूर्व संगठनों द्वारा अलगाववाद छोड़ने और भारत की एकता का समर्थन करने के फैसले की सराहना की। उन्होंने भारत के संविधान में उनके भरोसे के लिए उनका “ईमानदारी से स्वागत” किया।
शाह ने ये टिप्पणियां जम्मू-कश्मीर मास मूवमेंट के बाद की हैं, जो हुर्रियत से नाता तोड़ने वाला नवीनतम समूह है, जिससे कुल 12 संगठन हो गए हैं। उन्होंने इसे एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम के रूप में देखा और कहा, “यह प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के एक भारत श्रेष्ठ भारत के दृष्टिकोण की जीत है।” एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने कहा, “मोदी सरकार के तहत जम्मू-कश्मीर में एकता की भावना व्याप्त है।