अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने हाल ही में इजराइल-हमास टेंशन को लेकर एक बड़ा कदम उठाया है, जिससे दुनिया के दो धरों में बंट गई है। अमेरिका की एंट्री के बाद, हमास और इजराइल के बीच का युद्ध और खतरनाक हो सकता है।
अमेरिका ने कहा कि वह इस युद्ध में इजराइल के साथ मजबूती से खड़ा है और जब जो मदद की दरकार होगी, वह हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है। अमेरिका ने इजराइल पर हमास के हमले की कड़ी निंदा की थी।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि वह हमास हमले की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं और हमास को एक आतंकवादी संगठन माना गया है, जिसका एकमात्र उद्देश्य यहूदियों को मारना है।
इस जंग में हमास के हमले में 14 अमेरिकी नागरिकों की मौत हुई है और कई घायल हैं, जबकि कुछ लोग अब तक लापता हैं।
अमेरिका ने इजराइल को करीब 8 अरब डॉलर के मदद की घोषणा की है।
इजराइल के समर्थन में अमेरिका के साथ कई पश्चिमी देश शामिल हैं, जैसे कि ऑस्ट्रेलिया, यूक्रेन, ब्रिटेन, फ्रांस, नॉर्वे, ऑस्ट्रिया, यूरोपियन यूनियन, और बेल्जियम।
विरोधी पक्ष में हमास के साथ इस्लामिक देश जैसे कि ईरान, कतर, कुवैत, लेबनान, यमन, ईराक, और सीरिया शामिल हैं।
यह दुनिया के दो धरों में बंटे जंग के हालातों का मामूला है, जबकि रूस, चीन, और तुर्की इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं, और युद्धविराम की बात कर रहे हैं।
इस गंभीर स्थिति में दुनिया की नजरें इस टेंशन पर हैं, और आशा है कि संभव हो, शांति और सुरक्षा की दिशा में कदम उठाया जाए।
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