भारतीय मूल की क्रिसटल कौल, अमेरिकी कांग्रेस का चुनाव लड़ रही हैं। क्रिस्टल कौल एक रक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों की जानकार हैं। एक हालिया इंटरव्यू में क्रिस्टल ने कहा कि उनका एकता के सिख मूल्यों में गहरा विश्वास है और उनकी इच्छा है कि वे समाज के लिए कुछ करें। क्रिस्टल कौल ने कहा कि ‘मैं आधी कश्मीरी पंडित और आधी पंजाबी सिख हूं। मुझे अपनी सांस्कृतिक विरासत पर गर्व है।’
भाषाएं जानती हैं क्रिस्टल कौल
क्रिस्टल कौल नौ भाषाएं जानती हैं, जिनमें अंग्रेजी, हिंदी, ऊर्दू, पंजाबी, स्पैनिश, इटैलियन, अरबी, दारी और कश्मीरी भाषा शामिल हैं। क्रिस्टल कौल अमेरिका के वर्जीनिया जिले की 10वीं कांग्रेसनल सीट से चुनाव लड़ रही हैं। कौल ने बताया कि ‘वह अपनी नानी विमल चड्ढा मलिक के साथ न्यूयॉर्क के ग्लेन कोव गुरुद्वारे जातीं थी, जहां वे लंगर में सेवा करतीं थी। मैंने सिख परंपरा के बारे में बहुत सीखा है और सिख मूल्यों की एकता की भावना से मैं बहुत प्रभावित हूं।
क्रिस्टल ने कहा कि उन्हें अपने हिंदू और सिख, दोनों होने पर गर्व है और उन्हें इस बात की खुशी है कि वे एकमात्र सिख महिला हैं, जो यूएस कांग्रेस का चुनाव लड़ रही हैं। क्रिस्टल ने अमेरिकी संसद के लिए चुने गए पहले भारतीय सिख दलीप सिंह सौंद को भी याद किया और कहा कि उन्होंने ही भारतीय मूल के लोगों के लिए राजनीति के द्वार खोले थे। अभी यूएस कांग्रेस में भारतीय मूल के पांच सांसद हैं, जिनमें डॉ. एमी बेरा, रो खन्ना, राजा कृष्णमूर्ति, प्रमिला जयपाल और श्री थानेदार शामिल हैं। ये सभी लोग अमेरिका के निचले सदन हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स के सदस्य हैं।
ज्यादा संख्या में भारतीयों को राजनीति में आने की जरूरत
क्रिस्टल कौल ने कहा कि ‘आज भारतीय अमेरिकी समुदाय काफी तरक्की कर रहा है और हम शिक्षा, व्यापार, इंजीनियरिंग और आईटी, मेडिसिन जैसी क्षेत्रों में काफी आगे हैं, लेकिन हमें राजनीति में भी प्रतिनिधित्व की जरूरत है क्योंकि अभी भी अमेरिका में सिखों के खिलाफ काफी भेदभाव होता है, जो कि काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं चाहती हूं कि हमारे लोग यूएस कांग्रेस पहुंचे और जब वहां से लोगों को जागरुक किया जाएगा तो लोग हमारी बात सुनेंगे और बदलाव आएगा।’