पहाड़ से लेकर मैदान तक आसमान से आफत की बारिश जारी है। सबसे तगड़ी मार पहाड़ी राज्यों पर पड़ रही है। मूसलाधार बारिश के चलते शनिवार को उत्तराखंड के चमोली जिले में जगह-जगह भूस्खलन हुआ और इसके परिणामस्वरूप बदरीनाथ नेशनल हाईवे पर वाहनों की आवाजाही ठप हो गई और बड़ी संख्या में लोग जहां-तहां फंस गए। वहीं, हिमाचल में भूस्खलन और औचक बाढ़ के चलते 135 सड़कें बंद हैं। मौसम विभाग ने रविवार को पूर्वोत्तर सातों राज्यों समेत देश के 22 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में भारी से बहुत भारी बारिश को लेकर ऑरेंज और यलो अलर्ट जारी किया है।
गोपेश्वर स्थित चमोली जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय ने कहा कि शनिवार को बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर कई जगह भूस्खलन हुआ। कमेडा, नंदप्रयाग और चिंका में पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा गिरा। इसके चलते राष्ट्रीय राजमार्ग को बंद करना पड़ा। राष्ट्रीय राजमार्ग से मलबा हटाने का काम चल रहा है, लेकिन यह कब तक पूरा हो पाएगा, इसके बारे में अभी कुछ नहीं कहा गया है। इस समय चारधाम यात्रा चल रही है। इससे बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के रास्ते में फंसे होने की आशंका है। हालांकि, आपदा प्रबंधन कार्यालय की तरफ से इस बारे में कुछ नहीं कहा गया है। ऑरेंज अलर्ट के बीच हिमाचल प्रदेश में शनिवार को शिमला, धर्मशाला, बिलासपुर, हमीरपुर में बारिश हुई। सिरमौर के नाहन में सबसे अधिक 168.3 मिमी बारिश दर्ज की गई। बारिश के चलते भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ के चलते नाहन के अमरपुर मोहल्ला में घरों व दुकानों में बारिश का पानी घुस गया। क्षेत्र की कुंडीया पंचायत में कई बीघा उपजाऊ भूमि बारिश के चलते बह गई है।
कालका-शिमला, पांवटा-शिलाई और रामपुर-किन्नौर नेशनल हाईवे पर वाहनों की आवाजाही 18 घंटे तक प्रभावित रही। इसके अलावा, 135 सड़कें, 24 बिजली ट्रांसफार्मर और 56 पेयजल योजनाएं ठप रहीं। परवाणू से सोलन के बीच कुछ जगहों पर पहाड़ी से पत्थर गिरे और एक बस हादसे का शिकार होने से बच गई।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से मानसूनी बारिश के लिए परिस्थियां अनुकूल बनी हैं। दक्षिण-पूर्व उत्तर प्रदेश, दक्षिण झारखंड और आसपास के क्षेत्रों में निचले क्षोभमंडल में चक्रवाती हवाएं चल रही हैं। पूर्वोत्तर राजस्थान और उसके आसपास के क्षेत्रों में भी ऐसी ही परिस्थितियां बनी हैं। इन मौसमी प्रणालियों के प्रभाव से पिछले 24 घंटे के दौरान तमिलनाडु, पुडुचेरी, हिमाचल प्रदेश, पश्चिमी मध्य प्रदेश, मेघालय में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा हुई। वहीं, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, बिहार, झारखंड, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, रायलसीमा में अलग-अलग स्थानों पर भी भारी वर्षा दर्ज की गई।
आईएमडी ने रविवार को जिन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में भारी बारिश को लेकर ऑरेंज और यलो अलर्ट जारी किया है, उनमें हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख शामिल हैं। इसके अलावा, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, मध्य प्रदेश, गोवा, मुंबई समेत मध्य महाराष्ट्र, बिहार, तमिलनाडु, केरल और असम समेत पूर्वोत्तर के सभी सातों राज्य भी इसके दायरे में हैं। आईएमडी ने इन राज्यों के साथ ही कम से कम 22 राज्यों में 16 अगस्त तक अलग-अलग स्थानों और तिथियों को भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी भी दी है।