कानपुर के किसान बाबू सिंह की आत्महत्या मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को भगोड़ा घोषित किया है, जिनमें एक शिवम सिंह और दूसरा बबलू यादव शामिल है। इसके साथ ही, अब सभी फरार आरोपियों पर रकम की राशि को 50 हजार से बढ़ाकर एक लाख रुपये कर दी गई है। पुलिस एक अधिकारी ने बताया कि सभी आरोपियों की खोज में पुलिस कार्रवाई कर रही है।
कानपुर के चकेरी गांव निवासी किसान बाबू सिंह ने बीते 9 सितंबर को ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली थी। उन्होंने भाजपा नेता प्रियरंजन आशु दिवाकर पर जमीन कब्जाने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री से संबोधित करते हुए एक सुसाइड नोट लिखा था। इसके बाद बाबू सिंह की पत्नी ने आरोपी भाजपा नेता प्रियरंजन आशु दिवाकर समेत 6 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।
शिवम सिंह और बबलू यादव के खिलाफ कुर्की का आदेश
मामले में कोर्ट ने शिवम सिंह और बबलू यादव के खिलाफ कुर्की का आदेश जारी किया था, और मुख्य आरोपी भाजपा प्रियरंजन आशु दिवाकर की याचिका भी खारिज कर दी गई है। अब पुलिस आशु दिवाकर के खिलाफ भी कुर्की का आदेश लेने की तैयारी कर रही है।
आशु दिवाकर के घर पर बुलडोजर चलाने की मांग
बाबू सिंह की बेटियों ने कहा है कि सीएम योगी से उनके घर पर बुलडोजर चलाने की मांग की है। वे यह भी कहती हैं कि अगर उनके पिता आरोपी होते तो उन्हें तो अब तक बुलडोजर चलवा दिया जाता। मामले पर पुलिस ने कहा है कि आरोपी की गिरफ्तारी जल्द ही होगी, और किसी भी हाल में उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। किसान बाबू सिंह की मौत के बाद उनका परिवार अत्यंत दुखी है।
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