उधमपुर में वोटिंग शुरू…, मौसम की चुनौती के बीच पिछला रिकॉर्ड तोड़ने को तैयार मतदाता

मौसम का रुख कुछ अच्छा नहीं है। बादल घिरे हैं और वर्षा के बीच पहाड़ी रास्तों पर फिसलन है, लेकिन मतदाताओं ने ठान रखा है कि पिछले लोकसभा चुनाव में हुए मतदान का रिकॉर्ड इस बार तोड़ देंगे। मतदाताओं के उत्साह और उनमें भरी उमंग को देख प्रशासन भी उत्साहित है इसलिए मौसम की चुनौती को पार करने के लिए पोलिंग बूथों से लेकर मतदाताओं को घर से ले आने के लिए सुरक्षित प्रबंध कर रखे हैं। चाहे जो भी हो प्रशासन चाहता है कि प्रत्येक मतदाता वोट डालने के लिए पोलिंग बूथ पर पहुंचे और शत-प्रतिशत मतदान हो।

साल 2019 में 71 फीसदी हुआ मतदान

बता दें कि ऊधमपुर-डोडा-कठुआ लोकसभा क्षेत्र में 2019 में यहां 71.01 प्रतिशत मतदान हुआ था। 2014 मेंमतदान प्रतिशत 70.91 प्रतिशत रहा था इस सीट पर 16.23 लाख से अधिक मतदाता 12 उम्मीदवारों का भविष्य तय करेंगे।

साल 2019 में भाजपा उम्मीदवार डॉ. जितेंद्र सिंह ने कांग्रेस के उम्मीदवार विक्रमादित्य सिंह को पराजित किया था। पिछले लोकसभा चुनाव में पड़े 11,82,680 वोटों में से भाजपा के डॉ. जितेंद्र सिंह को 7,24,311 वोट मिले थे। दूसरे नंबर पर रहे कांग्रेस के विक्रमादित्य सिंह को 367,059 वोट मिले थे। वर्ष 2019 में सीट के लिए 11 उम्मीदवार मैदान में थे।

12 उम्मीदवार हैं चुनावी मैदान में

इस बार 12 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। साल 2014 से दो बार सांसद रहे केंद्रीय मंत्री व भाजपा के उम्मीदवार डॉ. जितेन्द्र सिंह की टक्कर क्षेत्र से दो बार सांसद रहे कांग्रेस उम्मीदवार चौधरी लाल सिंह से है। लाल सिंह ने यह सीट वर्ष 2004 व 2009 में जीती थी। दोनों बार मतदान प्रतिशत 50 प्रतिशत 50 प्रतिशत से नीचे रहा था।

कठुआ में सबसे अधिक 701 मतदान केंद्र

संसदीय क्षेत्र के 2,637 मतदान केंद्रों में ग्रामीण क्षेत्रों में 2,457 व शहरी क्षेत्रों में 180 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं। इनमें से कठुआ में सबसे अधिक 701 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।

ऊधमपुर जिले में 654, डोडा में 529, किश्तवाड़ में 405 व रामबन में 348 मतदान केंद्र शामिल हैं। चुनाव आयोग ने इस सीट के अंतर्गत सभी विधानसभा क्षेत्रों में 3,658 बैलेट यूनिट, 3,570 कंट्रोलिंग यूनिट व 3,636 वीवीपीएटी तैनात की हैं।

ब्रेल लिपि में प्रत्याशियों की जानकारी मिलेगी

इस लोकसभा क्षेत्र में 23,637 दिव्यांगों के साथ 403 ऐसे बुजुर्ग भी हैं, जिनकी आयु सौ साल से अधिक है। मतदान केंद्रों में ब्रेल लिपि में भी प्रत्याशियों के बारे में जानकारी होगी ताकि देखने में अक्षम लोग वोट डाल सकें। जरूरत पड़ी तो वरिष्ठ नागरिकों व दिव्यागों के लिए वोट डालने के लिए अलग कतार होगी। इससे उन्हें मतदान में बड़ी ही सहूिलयत रहेगी।

19 पिंक मतदान केंद्रों पर सिर्फ महिलाएं करेंगी मतदान

ऊधमपुर-डोडा-कठुआ लोकसभा क्षेत्र में 19 पिंक मतदान केंद्र बनाए गए हैं। यहां सिर्फ महिलाएं ही मतदान करेंगी। इन केंद्रों पर महिला पोलिंग स्टाफ ही तैनात रहेगा।

नेइस लोकसभा क्षेत्र के 17 मतदान केंद्रों पर दिव्यांगों को चुनाव ड्यूटी में लगाया गया है। इसके अलावा 17 मतदान केंद्रों की जिम्मेदारी युवा पोलिंग स्टाफ पर होगी। 20 ग्रीन मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इन मतदान केंद्रों से पर्यावरण संरक्षण करने का संदेश दिया जाएगा।

ये हैं उम्मीदवार

डॉ. जितेंद्र सिंह (भाजपा), चौधरी लाल सिंह (कांग्रेस), मनोज कुमार (एकम सनातन भारत दल), बलवान सिंह नेशनल पैंथर्स पार्टी (भीम), जीएम सरूरी (डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी), अमित कुमार (बहुजन समाज पार्टी), डॉ. पंकज शर्मा (निर्दलीय), राजेश मनचंदा (निर्दलीय), मेहराज दीन (निर्दलीय), सचिन गुप्ता (निर्दलीय), मोहम्मद अली गुज्जर (निर्दलीय) और स्वर्णवीर सिंह जराल (निर्दलीय)।