जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इज़राइल और ईरान के बीच चल रहे युद्ध को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की है और उम्मीद जताई है कि यह संघर्ष जल्द ही समाप्त होगा। उन्होंने कहा कि बातचीत के ज़रिए ही इस संकट का समाधान निकलना चाहिए।
शनिवार को गांदरबल में पत्रकारों से बात करते हुए अब्दुल्ला ने चेतावनी दी कि यदि दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ा, तो यह एक बड़े संघर्ष का रूप ले सकता है। उन्होंने कहा, “हम सिर्फ आशा और प्रार्थना कर सकते हैं कि यह युद्ध और न बढ़े, क्योंकि स्थिति पहले से ही काफी गंभीर है।”
मुख्यमंत्री ने सवाल उठाया कि आखिर इज़राइल ने ईरान पर हमला किस आधार पर किया। उन्होंने कहा, “कुछ दिन पहले ही अमेरिकी खुफिया एजेंसी के प्रमुख ने बयान दिया था कि ईरान अभी परमाणु हथियार हासिल करने के करीब नहीं है। यदि अमेरिका यह मानता है, तो इज़राइल का यह हमला समझ से परे है।”
उमर अब्दुल्ला ने इस पूरे घटनाक्रम को राजनीतिक उद्देश्य से प्रेरित बताया और जोर दिया कि ऐसे गंभीर मामलों में संयम और कूटनीति ही एकमात्र रास्ता है। उन्होंने आशा जताई कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय हस्तक्षेप करेगा और जल्द ही कोई शांतिपूर्ण समाधान सामने आएगा।