कश्मीर घाटी में रातभर संघर्ष विराम उल्लंघन की कोई खबर नहीं।

श्रीनगर: कश्मीर घाटी में सामान्य स्थिति का आभास हुआ, क्योंकि निवासियों ने छह दिनों में पहली रात बिना विमान, मिसाइलों और ड्रोन के उड़ने की आवाज के बिताई।

अधिकारियों ने यहां बताया, ‘‘शनिवार रात 11 बजे के बाद कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर किसी भी सेक्टर से संघर्ष विराम उल्लंघन की कोई खबर नहीं आई।’’

रावलपोरा के निवासी शाहजहाँ डार ने कहा, “हमें काफी समय हो गया है जब हमने चैन की नींद सोई है। हम भगवान और उन सभी लोगों के आभारी हैं जिन्होंने युद्ध को समाप्त करने में भूमिका निभाई।”

हालांकि, बड़ी संख्या में लोग जो सीमावर्ती क्षेत्रों से अपेक्षाकृत सुरक्षित क्षेत्रों की ओर चले गए थे, वे घर लौटने से पहले कुछ दिन इंतजार करना चाहते हैं।

उरी निवासी अब्दुल अज़ीज़ ने कहा, “हमने कल रात युद्ध विराम की घोषणा के बाद भी ड्रोन और रॉकेट उड़ते देखे। हम प्रार्थना कर रहे हैं कि यह युद्ध विराम स्थायी हो, लेकिन हम कुछ दिन इंतज़ार करना चाहते हैं।”

संघर्ष विराम समझौते का उल्लंघन करते हुए शनिवार शाम को कश्मीर घाटी में दर्जनों ड्रोन उड़ते देखे गए।

भारत और पाकिस्तान ने शनिवार को नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर संघर्ष विराम पर सहमति जताई। पिछले सप्ताह पहलगाम हमले के जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकी ठिकानों पर हमला किए जाने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया था।

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने घोषणा की कि भारत और पाकिस्तान के सैन्य अभियान महानिदेशकों (DGMO) ने शनिवार शाम 5 बजे से ज़मीन, हवा और समुद्र पर सभी तरह की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति जताई है। विदेश सचिव की यह संक्षिप्त घोषणा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस बयान के कुछ समय बाद आई जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत और पाकिस्तान अमेरिका की मध्यस्थता में हुई बातचीत के बाद “पूर्ण और तत्काल युद्ध विराम” पर सहमत हो गए हैं।