आतंकी हमले के एक सप्ताह के भीतर ही अब क्षेत्र में सेना ने सभी इलाकों में अपना वर्चस्व बनाना शुरू कर दिया है। 15 जून को मछेड़ी में हुई सेना की 22 गढ़वाल राइफल की तैनाती के बाद अब लोहाई गांव में भी सेना ने पोस्ट तैयार कर दी है। बदनोता में आठ जुलाई को हुए आतंकी हमले के बाद सेना की वापसी ने क्षेत्र के लोगों को भी बड़ी राहत दी है। उधर, जम्मू कश्मीर पुलिस ने भी भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती इलाके में सुनिश्चित कर दी है। संयुक्त पूछताछ केंद्र में अब तक 36 लोगों से पूछताछ की जा रही है। इन लोगों के आतंकियों से कनेक्शन खंगाले जा रहे हैं। सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण इस इलाके में सेना की वापसी ने साफ कर दिया है कि इलाके में आतंक अपनी जड़ें एक बार फिर फैलाने की फिराक में है। सेना और पुलिस ने साफ कर दिया है कि न तो आतंकी और न ही इनके मददगारों को बक्शा जाएगा।