केंद्रीय गृह मंत्री ने विपक्षी दलों को सुनाई खरी-खोटी नेशनल कांफ्रेंस, कांग्रेस, नेकां की नीतियों को लगाई फटकार

जम्मू

विनोद कुमार

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस पर जम्मू-कश्मीर के उन वर्गों को मिले आरक्षण को छीनने की साजिशे रचने का आरोप लगाया है जिन्हें भाजपा के शासनकाल में आरक्षण दिया गया है। उन्होंने कहा है कि आने वाला चुनाव एक ऐतिहासिक चुनाव है। जब से देश आजाद हुआ। पहली बार जम्मू कश्मीर का मतदाता दो झंडे नहीं, एक तिरंगे के नीचे अपना मतदान करेगा। जम्मू में आज भाजपा के सम्मेलन को संबोधित करते हुए अमित शाह ने नेशनल कांफ्रेंस, कांग्रेस और पीडीपी को भी खूब खरी-खोटी सुनाई। उन्होंने पाकिस्तान से बातचीत शुरू करने की विपक्ष की मांग पर दो टूक शब्दों में कहा कि पाकिस्तान के साथ किसी भी समरत में कोई बातचीत नहीं होगी और विपक्ष को विधानसभ चुनावों में मुंह की खानी पड़ेगी।
जम्मू में रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि मैंने खुद सदन में कहा है कि चुनाव के बाद जम्मू-कश्मीर को स्टेट का दर्जा देंगे। जो चीज हमने दे ही दी है, वो चीज नेकां व कांग्रेस मांग रहे हैं। लोगों को मूर्ख बना रहे हैं। मैं अब्दुल्ला साहब और राहुल बाबा से पूछना चाहता हूं कि आप जम्मू कश्मीर को स्टेट का दर्जा कैसे वापस देंगे? अमित शाह ने लोगों से कहा कि यह संयोग है कि भाजपा की पहली चुनावी रैली गणेश चतुर्थी के दिन शुरू हो रही है। आगामी चुनाव ऐतिहासिक चुनाव है। देश की आजादी के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर के मतदाता तिरंगे के नीचे अपना वोट डालेंगे। अमित शाह ने कहा कि विपक्ष तमाम कोशिशे कर ले गुज्जर, बकरवाल, पहाड़ी और दलितों के आरक्षण को छूने नहीं दिया जाएगा। जब तक शांति नहीं होगी, पाकिस्तान से कोई बातचीत नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं को घर-घर जाकर नेशनल कांफ्रेंस व कांग्रेस के विभाजनकारी एजेंडे के प्रति लोगों को जागरूक करना होगा। नेशनल कांफ्रेंस व कांग्रेस के विभाजनकारी एजेंडे को उजागर किया था। शाह ने कहा कि अनुच्छेद-370 हटने से 70 साल के बाद जम्मू कश्मीर की माताओं-बहनों को अधिकार मिला है। नेशनल कांफ्रेंस व कांग्रेस पार्टी ये अधिकार छीनना चाहती है। नेशनल कांफ्रेंस व कांग्रेस पार्टी पत्थरबाजी व आतंकवाद में लिप्त लोगों को जेल से छोड़ना चाहती है ताकि जम्मू, पुंछ, राजौरी जैसे क्षेत्र में आतंकवाद फैल सके। जम्मू-कश्मीर में 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए तीन चरणों में मतदान होगा। पहले चरण का मतदान 18 सितंबर को होना है, जबकि अन्य दो चरण 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को होंगे। मतगणना 8 अक्टूबर को होगी।