Concessions for Senior Citizens वरिष्ठ नागरिकों को रेलवे (Indian Railway) द्वारा दी जाने वाली रियातों का मामला एक बार फिर सुर्खियों में है। कोरोना काल से पहले रेलवे वरिष्ठ नागरिकों को किराये में अच्छी खासी छूट जैसी रियायतें भी देता था, लेकिन कोरोना काल में लॉकडाउन के दौरान ट्रेनों पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया। बाद में महामारी का प्रकोप कम होने पर ट्रेनें तो फिर से शुरू हो गईं लेकिन उन रियायतों को आज तक दोबारा शुरू नहीं किया गया है। इसे लेकर लगातार मांग भी उठती रही है लेकिन रेलवे ने अब तक वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाली रियायतें फिर से शुरू नहीं की हैं।
कार्ती चिदंबरम ने रेल मंत्री को लिखा पत्र
अब कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने रेल मंत्री से अपील की है कि उन रियायतों को फिर से बहाल किया जाए। गुरुवार को कार्ती चिदंबरम ने इसे लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र भी लिखा है। उन्होंने रेल मंत्री से वरिष्ठ नागरिकों की रियायतें बहाल करने और सुरक्षा चिंताओं को दूर करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि इस कदम से उन लाखों लोगों को राहत मिल सकेगी, जो हर रोज आवागमन के लिए इस पर निर्भर हैं।
कोरोना प्रतिबंध समाप्त होने के बावजूद नहीं बहाल हुईं रियायतें
वैष्णव को लिखे पत्र में कांग्रेस सांसद ने कहा कि कोरोना महामारी से संबंधित प्रतिबंध 2021 में समाप्त हो गए, लेकिन वरिष्ठ नागरिकों को दी जाने वाली रियायतें 2024 तक बहाल नहीं की गई हैं। पहले, 60 वर्ष से अधिक उम्र के पुरुषों और 58 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं को रेल किराये में क्रमश: 40 प्रतिशत और 50 प्रतिशत की रियायत मिलती थी। उन्होंने बताया कि अब वरिष्ठ नागरिकों को पूरा किराया देना पड़ता है। उन्होंने वरिष्ठ नागरिकों की रियायतों को बहाल करने और बेटिकट यात्रियों के कारण पैदा होने वाली सुरक्षा चिंताओं को दूर करने के लिए वैष्णव के व्यक्तिगत हस्तक्षेप और त्वरित कार्रवाई का आह्वान किया।
रेलवे में अब भी वरिष्ठ नागरिकों को मिलती हैं ये रियायतें
- रेलवे के आरक्षित डिब्बों वाली ट्रेनों में कुछ सीटें वरिष्ठ नागरिकों के लिए आरक्षित होती हैं।
- स्लीपर कोच में हर डिब्बे की 6 लोअर बर्थ वरिष्ठ नागरिकों के लिए आरक्षित होती हैं।
- एसी 3 टीयर और एसी 2 टीयर डिब्बों में 3 लोअर बर्थ वरिष्ठ नागरिकों के लिए आरक्षित होती हैं। इन बर्थ पर 45 वर्ष से अधिक आयु वाली महिलाओं और गर्भवती महिलाओं को भी बिठाया जा सकता है।
- राजधानी, दुरंतो जैसी पूरी तरह से वातानुकूलित ट्रेनों में सामान्य मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों की तुलना में कुछ अधिक बर्थ वरिष्ठ नागरिकों के लिए आरक्षित होती हैं।
- कुछ स्टेशनों पर वरिष्ठ नागरिकों को व्हीलचेयर की सुविधा भी उपलब्ध हो सकती है।