कौन हैं Madame Tussauds और क्या है वैक्स म्यूजियम का इतिहास

मैडम तुसाद म्यूजियम यह नाम बहुत से लोगों ने जरूर सुना होगा। जी हां, यह वही है जिसमें स्टार्स, नेताओं और अन्य चर्चित लोगों के वैक्स स्टैच्यू बने होते हैं। यहां जाकर फैंस अपने पसंदीदा लोगों के साथ सेल्फी लेते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि मैडम तुसाद कौन हैं और उस वैक्स म्यूजियम का इतिहास आखिर क्या है। अगर नहीं, तो चलिए हम आपको बताते हैं मैडम तुसाद के जीवन से जुड़ी हुई दिलचस्प कहानी।

डॉक्टर फिलिप से सीखा हुनर

ऐसे में मैडम तुसाद को भी वैक्स स्टैच्यू बनाने का काफी शौक था और उन्होंने डॉक्टर फिलिप से ही मूर्ति बनाने का हुनर सीखा था। 1794 में फ्रांसीसी क्रांति समाप्त हुई और मैरी को डॉ. फिलिप कर्टियस की मोम प्रदर्शनी विरासत में मिली।

उन्होंने अपनी मौत से पहले मैरी के नाम म्यूजियम कर दिया था। इसके बाद 1795 में मैरी ने फ्रांकोइस तुसाद से शादी की थी, जिसके बाद उनका नाम बदलकर मैडम तुसाद हो गया था। 1835 में मैडम तुसाद लंदन आकर बस गईं। 1835 में लंदन की बेकर स्ट्रीट में अपना पहला संग्रहालय खोला। अब वह म्यूजियम मैडम तुसाद वैक्स म्यूजियम के नाम से मौजूद है। 1850 को मैडम तुसाद का निधन हो गया।

मैडम तुसाद में बने हैं इन सेलिब्रिटी के वैक्स स्टैच्यू

बॉलीवुड और साउथ के कई ऐसे स्टार्स हैं, जिनके वैक्स स्टैच्यू आज मैडम तुसाद में मौजूद हैं। अलग-अलग जगहों के मैडम तुसाद म्यूजियम में अलग-अलग स्टार्स के स्टैच्यू हैं। जैसे सिंगापुर के मैडम तुसाद म्यूजियम में श्रीदेवी का वैक्स स्टैच्यू बनाया गया था। सिंगापुर और दिल्ली के मैडम तुसाद म्यूजियम में अमिताभ बच्चन का वैक्स स्टैच्यू मौजूद है।