प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि तमिलनाडु में डीएमके के खिलाफ लोगों में गुस्सा है और यह गुस्सा सकारात्मक तरीके से भाजपा की तरफ शिफ्ट हो रहा है। प्रधानमंत्री ने राम मंदिर, इलेक्टोरल बॉन्ड जैसे मुद्दों पर भी खुलकर बात की। प्रधानमंत्री ने ये भी कहा कि राम मंदिर विपक्ष के लिए राजनीतिक हथियार था, अब राम मंदिर बन गया है तो विपक्ष के हाथ से यह मुद्दा निकल गया है।
डीएमके के खिलाफ लोगों में भारी गुस्सा’
न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में पीएम मोदी से सवाल किया गया कि तमिलनाडु में डीएमके के नेताओं ने सनातन के खिलाफ कई बयान दिए हैं। इस पर आपका क्या कहना है? अपने जवाब में पीएम मोदी ने कहा कि ‘ये सवाल कांग्रेस से पूछा जाना चाहिए कि सनातन धर्म के खिलाफ इतना जहर उगलने वालों के साथ आप क्यों बैठे हैं? डीएमके का जन्म ही शायद सनातन विरोध में हुआ होगा, लेकिन डीएमके के खिलाफ लोगों में जबरदस्त गुस्सा पैदा हुआ है और वो गुस्सा भाजपा की तरफ सकारात्मक तरीके से डायवर्ट हो रहा है।’
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का राजनीतिक पार्टियों द्वारा विरोध किए जाने के सवाल पर पीएम मोदी ने कहा कि ‘विपक्ष के लिए राम मंदिर राजनीतिक हथियार था, लेकिन अब उनके हाथ से वह मुद्दा ही चला गया है।’ इंटरव्यू के दौरान प्रधानमंत्री से पूछा गया कि क्या इलेक्टोरल बॉन्ड गलत फैसला था? इस पर प्रधानमंत्री ने क्या जवाब दिया, इसका खुलासा शाम साढ़े पांच बजे के बाद होगा। प्रधानमंत्री से ये भी पूछा गया कि चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्थाओं पर भाजपा का दबाव है। विपक्ष का आरोप है कि उन्हें चुनाव लड़ने के लिए बराबरी के मौके नहीं मिल रहे हैं। पीएम मोदी ने इस सभी सवालों के जवाब दिए।