ग़ुलाम नबी आज़ाद ने किया चुनाव प्रचार से किनारा सेहत का हवाला देकर चुनावी प्रचार से किया इंकार

ग़ुलाम नबी आज़ाद ने किया चुनाव प्रचार से किनारा
सेहत का हवाला देकर चुनावी प्रचार से किया इंकार
बड़ा करने के लिया दो कदम पीछे जाने का अहम फ़ैसला
जम्मू
विनोद कुमार
देश की सियासी सतरंज में हर मोहरे को अपने हिसाब से चलाने वाले ग़ुलाम नबी आज़ाद ने आज क्यों प्रचार करने से इंकार कर दिया यह सवाल बहुत गहरा है। आज पूर्व केंद्रीय मंत्री और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ग़ुलाम नबी आज़ाद ने सेहत का हवाला देकर चुनाव प्रचार करने से इंकार कर दिया है।यह फ़ैसला बहुत कष्टदायक है, यह ग़ुलाम नबी आज़ाद है। हालांकि कांग्रेस के नेता कहते हैं की पार्टी से वफ़ा नहीं करने का नतीजा है। पर अनुभव कहता है कि आज़ाद को अपनों ने धोखा दिया।
सियासत में सब जायज़ है, लेकिन चुनावी दंगल में ऐसा होगा किसी ने नहीं सोचा था। जिस के द्वार के बाहर कितने ही मुख्यमंत्री मुलाक़ात का इंतज़ार करते थे आज उस नेता को चुनाव प्रचार से सेहत का हवाला देकर इंकार करना पड़ा है। आज भी बहुत से नेता ग़ुलाम नबी आज़ाद के क़सीदे पढ़ते है, आठ ज़िले देना। डबल शिफ्ट का प्रचलन और दोनों खितों से इंसाफ़ करना की तारीफ़ करते है। लेकिन उन्हीं लीडर्स ने पीठ के पीछे घाव दिया। किसी को मंत्री, किसी को उपमुख्यमंत्री, कोई स्पीकर बना पर आख़िर मौके पर साथ छोड़ दिया। दिल्ली ने भी उन का साथ नहीं दिया। वक़्त की बात है, कहाँ किस को खड़ा कर दें।