गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को दिल्ली में जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा व्यवस्था पर एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को आतंकवाद को कुचलने और आतंकियों की मदद करने वालों पर सख्ती बरतने के निर्देश दिए। शाह ने जोर दिया कि जम्मू-कश्मीर में सभी तीर्थस्थलों और पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जाए। आगामी 21 जून को योग दिवस के कार्यक्रम के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 जून को श्रीनगर जा रहे हैं। इसके अलावा, 29 जून से शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा के मद्देनजर शाह ने अधिकारियों को यात्रा रूट और नेशनल हाईवे पर अतिरिक्त बल की तैनाती के निर्देश दिए।
अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा पर विशेष ध्यान
बैठक के दौरान गृह मंत्री शाह का मुख्य फोकस अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा पर रहा। पिछले साल 4.28 लाख से ज्यादा तीर्थयात्री अमरनाथ यात्रा पर आए थे। इस साल यह आंकड़ा पांच लाख तक पहुंचने की संभावना है। चर्चा है कि इस बार सभी तीर्थयात्रियों को विशेष कार्ड दिए जाएंगे, ताकि उनकी वास्तविक लोकेशन का पता लगाया जा सके। इसके अलावा, सभी को 5 लाख रुपये का बीमा कवर देने की योजना है। सूत्रों के अनुसार, तीर्थयात्रियों को ले जाने वाले प्रत्येक जानवर के लिए भी 50 हजार रुपये का बीमा कवर होगा। शाह ने एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन से बेस कैंप तक सभी तीर्थयात्रियों की सुरक्षा पर भी जोर दिया है।
अमरनाथ यात्रा के लिए 500 कंपनियां तैनात
अमरनाथ यात्रा 29 जून से शुरू हो रही है और यह 52 दिन तक चलेगी। केंद्र सरकार ने यात्रा के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय सुरक्षाबलों की 500 कंपनियों को घाटी में तैनात करने का फैसला लिया है। इनमें CRPF, BSF, ITBP और CISF की कंपनियां शामिल होंगी, जो अमरनाथ यात्रा के रूट पर तैनात की जाएंगी।