जम्मू कश्मीर में हुई आतंक के नए दौर की वापसी, दिया जा सकता है बड़ी वारदात को अंजाम

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि  पीर-पंजाल पर्वत शृंखला के दक्षिण में स्थित जम्मू क्षेत्र में फिर से आतंकी हमलों का सिलसिला चल निकला है। जम्मू के रियासी जिले में हिंदू तीर्थयात्रियों की बस पर ऐसे ही एक हमले में नौ लोगों की जान चली गई और 33 घायल हो गए। इसके अगले ही दिन कठुआ के हीरानगर में आतंकियों ने एक हिंदू गांव पर हमला किया, परंतु सुरक्षा बलों की त्वरित कार्रवाई के चलते कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ

अधिकारी ने बताया कि इस महीने की शुरुआत में पुलवामा में हुई मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी कमांडर रियाज डार उर्फ सथार और उस का साथी रईस डार मारा गया था. इसके बाद पुलिस ने आतंकवादियों के एक ओवर ग्राउंड वर्कर (ओजीडब्ल्यू) को गिरफ्तार किया था. इसी ओजीडब्ल्यू से लिक्विड आईईडी बरामद हुआ

जम्मू-कश्मीर में हो रहे आतंकी हमलों में लिक्विड विस्फोटक (Liquid Improvised explosive device) 17 साल बाद फिर से वापसी करता दिख रहा है. हाल ही में एक अधिकारी ने यह जानकारी दी कि पुलिस ने एक आतंकवादी ठिकाने पर छापेमारी में लिक्विड आईईडी बरामद किया है.

अधिकारी ने बताया कि इस लिक्विड इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस का पता लगाना मुश्किल होता है और इसलिए इसे डिफिकल्ट टू डीकेटेक्ट (डी2डी) (Difficult To Detect) श्रेणी में रखा गया है. इस महीने की शुरुआत में पुलवामा में हुई मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी कमांडर रियाज डार उर्फ सथार और उस का साथी रईस डार मारा गया था. इसके बाद पुलिस ने आतंकवादियों के एक ओवर ग्राउंड वर्कर (ओजीडब्ल्यू) को गिरफ्तार किया था. इसी ओजीडब्ल्यू से लिक्विड आईईडी बरामद हुआ है.

कैसे हुआ खुलासा

रियाज डार 2014 में प्रतिबंधित संगठन लश्कर-ए-तैयबा में शामिल हो गया था और उस ने मारे गए पाकिस्तानी आतंकवादियों अबू दुजाना और अबू इस्माइल के साथ काम किया था. वो कई आतंकवादी गतिविधियों में शामिल था