जम्मू-कश्मीर विधानसभा की 90 सीटों पर मतगणना जारी है। 90 सीटों पर रुझान सामने आ चुके हैं। जिसमें भाजपा को 25, कांग्रेस गठबंधन को 48, पीडीपी को तीन और अन्य को 14 सीटें मिलती दिख रही हैं। अगर जम्मू संभाग की बात करें तो यहां 43 सीटों हैं, जिसमें भाजपा को 21, कांग्रेस गठबंधन को 16, पीडीपी-0 और अन्य को 6 और कश्मीर संभाग में 47 सीटें हैं। भाजपा को चार, कांग्रेस गठबंधन को 32 और पीडीी को 3 और अन्य को आठ सीटें मिलती दिख रही हैं।
रुझानों में कौन आगे और कौन है पीछे
उमर अब्दुल्ला गांदरबल सीट से पीछे और बडगाम सीट से आगे चल रहे हैं। जम्मू वेस्ट से भाजपा के अरविंद गुप्ता आगे चल रहे हैं। नौशेरा सीट से रविंद्र रैना पीछे चल रहे हैं। जो जम्मू कश्मीर में भाजपा के बड़ा चेहरा हैं। कश्मीर में भाजपा का बुरा हाल है। महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती पीछे चल रही हैं।
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के सियासी समर में चर्चित चेहरों और बागियों के उतरने से मुकाबला रोचक बना हुआ है। 10 साल बाद हो रहे प्रदेश में चुनाव में लोगों ने भी खूब जमकर हिस्सा लिया और लोकतंत्र को मजबूत करने का काम किया है। मतदान के बाद अब बारी है परिणाम की। मंगलवार को साफ हो जाएगा कि अनुच्छेद 370 खत्म होने के बाद प्रदेश में किसकी सरकार बनेगी। इस बार चुनाव में कुछ प्रत्याशी परिवार की राजनीतिक विरासत को संभालने के लिए मैदान में उतरे। जानें प्रदेश की ऐसी छह खास सीटों का हाल, जिन पर सभी की नजरें टिकी हैं।
नौशेरा
जम्मू संभाग के नौशेरा सीट पर काफी दिलचस्प मुकाबला माना जा रहा है। यहां से भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और प्रत्याशी रविंद्र रैना और नेशनल कॉन्फ्रेंस के उम्मीदवार सुरिंदर चौधरी के बीच सीधी टक्कर है। पिछले विधानसभा चुनाव में यहां से रविंद्र रैना यहां से जीतने में कामयाब रहे थे।
गांदरबल
नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने गांदरबल विधानसभा सीट चुनावी मैदान में उतरे हैं। इसके अलावा वह बडगाम से भी बतौर प्रत्याशी हैं। हालांकि एक समय उन्होंने विधानसभा चुनाव लड़ने से साफ इनकार दिया था, लेकिन उसके बावजूद वो दो सीट से लड़ते हुए नजर आए। गांदरबल से उमर के सामने पीडीपी के बशीर अहमद मीर मैदान में हैं। अब देखना रोचक होगा कि लोगों ने किसे अपना समर्थन दिया है।
बडगाम
बडगाम विधानसभा सीट से भी नेशनल कॉन्फ्रेंस ने उमर अब्दुल्ला को उम्मीदवार घोषित किया है। यहां पर उनका मुकाबला पीडीपी के सैयद मुंतजिर मेहदी से है। कश्मीर संभाग की इस सीट पर पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस की सीधी टक्कर है। साल 2014 के विधानसभा चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस के आगा सैयद रुहल्ला मेहदी ने जीत हासिल की थी।
बिजबेहरा
बिजबेहरा विधानसभा सीट जम्मू-कश्मीर की हॉट सीट में शुमार है। क्योंकि इस सीट पर पीडीपी से महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती चुनावी मैदान में हैं। भाजपा से सोफी यूसुफ और नेशनल कॉन्फ्रेंस से बशीर अहमद शाह वीरी मैदान में हैं। यहां पर 18 सिंतबर यानी पहले चरण में मतदान हुआ था।
चन्नापुरा
जम्मू-कश्मीर की सभी विधानसभा की सीटों में से चन्नापुरा की सीट सबसे ज्यादा सुर्खियों में है। इस सीट पर राज्य के कद्दावर नेता और राज्य की सरकार में शिक्षा मंत्री के साथ कई पदों पर रह चुके मोहम्मद अल्ताफ बुखारी चुनावी मैदान में जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी (JKAP) की तरफ से उतरे हैं। बुखारी ने JKAP का गठन महबूबा मुफ्ती की पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी से अलग होने के बाद 2020 में किया था और वो इस पार्टी के सबसे प्रमुख नेता हैं। इस सीट पर उनका मुकाबला पीडीपी के मोहम्मद इकबाल ट्रंबो और बीजेपी के हिलाल अहमद वानी और नेशनल कांफ्रेंस से मुश्ताक गुरू के बीच मुकाबला है।
सेंट्रल शाल्टेंग
सेंट्रल शाल्टेंग विधानसभा सीट पर कांग्रेस से पार्टी प्रमुख तारिक हमीद कर्रा चुनावी मैदान में हैं। जम्मू और कश्मीर अपनी पार्टी से जफर हबीब डार, पीडीपी से अब्दुल कयूम भट और आवामी नेशनल कॉन्फ्रेंस से रियाज अहमद मीर ने ताल ठोकी है। हालांकि यहां से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे इरफान शाह सभी को टक्कर देते हुए नजर आ रहे हैं। अब कुछ घंटों बाद ही साफ हो जाएगा कि मैदान कौन मारने में कामयाब होगा।