जिस जगह मिला संदिग्ध बैग, सैन्य वर्दी और कारतूस, 16 साल पहले यहां आतंकियों ने दी थी दबिश

जम्मू संभाग के जिला सांबा में एक संदिग्ध बैग बरामद हुआ। जांच करने के बाद इसमें सैन्य वर्दी और कारतूस पाया गया है। सोलह साल पहले भी इसी जगह से आतंकी गुजरे थे। तब उन्होंने सांबा में दो आतंकी हमले को अंजाम दिया था। इसमें तीन लोगों की मौत हो गई थी और  सेना के मेजर सहित चार लोग घायल हुए थे।

सेना की क्यूआरटी वाहन सवार जवानों ने सांबा के वीर भूमि पार्क के गेट के बाहर एक संदिग्ध बैग बरामद किया। यह बैग मंगलवार सुबह बरामद किया गया। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। बैग की जांच में सेना की वर्दी, टीर्शट, एक पायजामा व एसएलआर का एक कारतूस मिला। इसे पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया। उधर, इस बरामदगी के बाद लोगों में दहशत है। लोग कयास लगा रहे हैं कि यह आतंकियों का बैग हो सकता है। वहीं पुलिस के आला अधिकारियों ने इसके बारे में कोई पुष्टि नहीं की है।

जिला कठुआ की तहसील हीरानगर के सैडा सोहल में आतंकियों की मौजूदगी के बाद सांबा जिला में भी कई क्षेत्रों में संदिग्ध देखे जाने की सूचना पर पुलिस, सेना व सुरक्षाबलों को अलर्ट पर रखा गया है।

2008 में आतंकियों ने तारबंदी को काटकर की थी घुसपैठ, एक घर पर किया हमला

गौरतलब है कि वर्ष 2008 में भारत-पाक सीमा पर लगाई गई तारबंदी को काटकर आधा दर्जन आतंकियों ने घुसपैठ की थी। अगले दिन सुबह ही स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता होशियार सिंह के घर तीन आतंकियों ने गोलीबारी कर दंपती को मार दिया और दो लोगों को घायल कर दिया था। तब आतंकी इसी स्थान की ओर आगे बढ़े थे।
बाद में कैली मंडी पहुंचकर एक परिवार को बंधक बनाया था। काफी मुस्तैदी के बाद सेना, पुलिस व सुरक्षाबलों ने बंधक बनाए गए लोगों को छुड़ाकर आतंकियों को मार गिराया था। इस दौरान एक महिला की भी जान गई थी और सेना के मेजर सहित दो लोग घायल हुए थे। अब स्थानीय लोगों को आशंका है कि कहीं एक बार फिर से इसी मार्ग का आतंकी फायदा तो नहीं उठा रहे हैं। हालांकि पुलिस इस बारे में केवल यही कह रही है कि ऐसा कुछ नहीं मिला है।