झारखंड में NCP के विधायक कमलेश सिंह ने हेमंत सरकार से अपना समर्थन लिया वापस
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रदेश अध्यक्ष सह हुसैनाबाद विधायक कमलेश सिंह ने आज हेमंत सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है. विधायक कमलेश सिंह ने पिछले महीने हुसैनाबाद को जिला बनाने की मांग को लेकर राज्य सरकार को अल्टीमेटम दिया था, जिस पर सरकार ने स्वीकार नहीं किया.
कमलेश सिंह ने अपने निर्णय की घोषणा करते हुए कहा, “मैंने हेमंत सरकार को हमारी मांगों की स्पष्टता से समझाया था, लेकिन उन्होंने हमें समर्थन नहीं दिया. इसलिए, मैं निर्णय लेने के लिए वापस आया हूँ.” एनसीपी में हुए टूट के बाद कमलेश सिंह ने अब अजित पवार गुट में शामिलता का संकेत दिया है.
हुसैनाबाद विधायक कमलेश सिंह ने आज राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को पत्र लिखकर सरकार का समर्थन वापस लेने का निर्णय किया है. उनके पत्र में उन्होंने लिखा है कि जब से हेमंत सोरेन की नेतृत्व में गठित सरकार आई है, तब से तक वह उस सरकार का समर्थन कर रहे थे. लेकिन अब उन्होंने सरकार को उनकी प्रदेशवासियों की आकंक्षाओं को पूरा नहीं करने के लिए दोषी ठहराया है. कमलेश सिंह ने अपने पत्र में यह भी कहा कि सरकार ने जनता की आकंक्षाओं को मान्य नहीं किया और इसलिए वह हेमंत सोरेन की नेतृत्व में गठित सरकार से अपना समर्थन वापस लेते हूं.
कमलेश कुमार सिंह का बयान
आज एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष कमलेश कुमार सिंह ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि राज्य सरकार से मांग किए गए कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर अबतक कोई प्रतिस्थापन नहीं की गई है. कमलेश सिंह ने बताया कि हुसैनाबाद को जिला का दर्जा दिलाने, बालू घाटों की बंदोबस्ती करने, पलामू जिला के पांच अंचलों के त्रुटिपूर्ण सर्वे के ऑनलाइन प्रविष्टियों को सुधारने और अधिकारियों की पदस्थापना की मांग लगातार की गई है, लेकिन सरकार ने इन मुद्दों पर कोई संवेदनशीलता नहीं दिखाई है. उन्होंने और भी कहा, “मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हमारी मांगों का समाधान क्यों नहीं किया? हम लोग यहाँ जनता की सेवा के लिए हैं और हमें उनकी उम्मीदें पूरी करनी चाहिए.”