अमेरिकी न्याय विभाग के मुताबिक, 46 साल के पाकिस्तानी नागरिक आसिफ मर्चेंट ने कथित तौर पर रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कमांडर कासिम सुलेमानी की अमेरिका द्वारा हत्या का बदला लेने के लिए उसने एक राजनेता और कुछ अधिकारियों की हत्या करने के लिए साजिश रची। अमेरिका में पाकिस्तानी नागरिक आसिफ मर्चंट पर डोनाल्ड ट्रंप और अन्य अमेरिकी अधिकारियों की हत्या की साजिश रचने के मामले में मंगलवार को आरोप तय किए गए। उसे बीते महीने गिरफ्तार किया गया था। अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हालांकि इस बात के कोई सबूत नहीं मिले हैं कि बीते माह पेंसिल्वेनिया के बटलर में डोनाल्ड ट्रम्प की हत्या की कोशिश से उसका कोई संबंध था। बावजूद इसके यह भी दावा किया गया है कि ट्रंप उसके निशाने पर थे।
अमेरिकी न्याय विभाग के मुताबिक, 46 साल के पाकिस्तानी नागरिक आसिफ मर्चेंट ने कथित तौर पर रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कमांडर कासिम सुलेमानी की अमेरिका द्वारा हत्या का बदला लेने के लिए उसने एक राजनेता और कुछ अधिकारियों की हत्या करने के लिए साजिश रची और एक अन्य व्यक्ति से संपर्क किया। एफबीआई निदेशक क्रिस्टोफर रे ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि पैसे के बदले हत्या की यह खतरनाक साजिश कथित तौर पर ईरान से करीबी संबंध रखने वाले एक पाकिस्तानी नागरिक द्वारा रची गई थी। हालांकि यह सीधे तौर पर ईरान के संपर्क से बाहर है। एक सार्वजनिक अधिकारी, या किसी भी अमेरिकी नागरिक को मारने की विदेश-निर्देशित साजिश हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है।
अदालती दस्तावेजों के मुताबिक, आसिफ मर्चेंट एक पाकिस्तानी नागरिक है. मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि उनका जन्म 1978 के आसपास कराची में हुआ था। एफबीआई ने उसके बारे में बताया कि आसिफ मर्चेंट की पत्नी और बच्चे ईरान में हैं और दूसरा परिवार पाकिस्तान में है। उसके यात्रा रिकॉर्ड के अनुसार, आसिफ मर्चेंट अक्सर ईरान, सीरिया और इराक की यात्रा किया करता था। एफबीआई के अनुसार, आसिफ मर्चेंट अप्रैल 2024 में पाकिस्तान से अमेरिका पहुंचा था। जहां उसने एक ऐसे व्यक्ति से संपर्क किया, जिसके बारे में उसका मानना था कि वह उसकी हत्या की साजिश में उसकी मदद कर सकता है। इसके बाद वह जून में न्यूयॉर्क में उस व्यक्ति से मिला, जिसने बाद में कानून प्रवर्तन एजेंसियों को मर्चेंट बारे में जानकारी दी और सरकारी जासूस बनकर उसने मर्चेंट की योजना की जानकारी दी। एफबीआई ने एक बयान में कहा कि मर्चेंट ने सरकारी जासूस बने व्यक्ति को बताया कि वह एक-एक करके कई अधिकारियों को मारेगा। इसके अलावा, उसने कई आपराधिक योजनाएं बनाईं थी। जैसे कि किसी टारगेट के घर से दस्तावेज़ या यूएसबी ड्राइव चोरी करना, विरोध की योजना बनाना और एक राजनेता या सरकारी अधिकारी की हत्या करना।
एफबीआई ने कहा कि मर्चेंट ने कथित हत्यारे से कहा कि हत्या उसके संयुक्त राज्य अमेरिका छोड़ने के बाद की जाएगी और वह कोड शब्दों का उपयोग करके विदेश से उसके साथ संवाद करेगा। एफबीआई ने बताया कि सूत्र द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक मर्चेंट की योजना अगस्त के आखिरी हफ्ते या सितंबर के पहले हफ्ते में किसी अधिकारी को मरवाने की थी। 21 जून को, आसिफ ने अपने साथी के साथ मिलकर साजिश को अंजाम देने के लिए 5,000 डॉलर का भुगतान किया। इसके बाद, उसने अमेरिका से निकलने के लिए उड़ान की व्यवस्था की और 12 जुलाई को अमेरिका छोड़ने की योजना बनाई। हालांकि, कानून प्रवर्तन एजेंटों ने उनके जाने से पहले ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया।