भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग (Tarun Chugh) ने कहा कि कश्मीर में पाकिस्तान (Pakistan News) और चीन के एजेंडे को विफल बनाने के लिए कई भाजपा कार्यकर्ताओं ने अपने बलिदान तक दिए हैं। इसकी बदौलत ही कश्मीर में अब शांति और विकास का नया दौर शुरू हुआ है। इसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi) के कुशल नेतृत्व और दृढ़ राजनीतिक इच्छा शक्ति को जाता है।
भाजपा के 44वें संस्थापना दिवस के उपलक्ष्य में हुए समारोह में पत्रकारों से चुग ने कहा कि कश्मीर (Jammu Kashmir News) में राष्ट्रध्वज को हमेशा ऊंचा रखने के लिए बलिदान देने वाले भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं की लंबी सूची है। वर्ष 1990 से लेकर अब तक कई कश्मीरी कार्यकर्ताओं ने आतंकियों के आगे झुकने के बजाय देश की एकता अंखडता को बनाए रखने के लिए बलिदान किया है।
श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने यहीं पर लिया अंतिम सांस-चुग
इनमें टीएल टपलू से लेकर वसीम बारी तक हैं। दिवंगत श्यामा प्रसाद मुखर्जी (Shyama Prasad Mukherjee) ने भी यहीं अंतिम सांस ली थी। उन्होंने जम्मू-कश्मीर की जनता को सभी संवैधानिक अधिकार दिलाने के लिए, उन्हें अनुच्छेद 370 और 35ए की बेड़ियों से आजाद कराने के लिए ही जेल में यातनाएं सही और बलिदान को प्राप्त हुए।
उन्होंने जम्मू कश्मीर में लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) को लेकर लोगों में उत्साह का हवाला देते हुए कहा कि पहली बार यहां सुरक्षित वातावरण में लोग चुनाव होता देख रहे हैं। यहां अलगाववाद और आजादी के नारे नहीं बल्कि विकास और खुशहाली के गीत गूंज रहे हैं।
भाजपा (BJP News) द्वारा कश्मीर की तीन सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा में देरी से संबंधित सवाल पर उन्होंने कहा कि इस विषय में जल्द ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा। भाजपा का एक ही लक्ष्य है कि कश्मीर में लोकतंत्र मजबूत हो, लोग अपनी मर्जी से अपने प्रतिनिधि चुनें और उन्हें परिवारवाद की राजनीति से मुक्ति मिले।