तापमान चढ़ने के साथ गड़बड़ाया बिजली सिस्टम, 89.74 लाख यूनिट पहुंची बिजली खपत

तापमान में लगातार हो रही बढ़ोतरी से इस बार जिले के लोगों को कुछ अधिक परेशान होना पड़ेगा। पिछले एक सप्ताह से बढ़ी गर्मी ने बिजली की मांग को चरम पर पहुंचा दिया है। गर्मी बढ़ने और लू चलने के साथ मुख्य रूप से बड़े पैमाने पर एयर कंडीशनर और कूलर के उपयोग के कारण बिजली की मांग बढ़ी है। पहली बार मई में रिकार्ड 89.74 लाख यूनिट बिजली की आपूर्ति की गई।

इतनी बिजली आपूर्ति संभव नहीं

बावजूद इसके, बिजली लोगों को कटौती झेलनी पड़ रही है। संभावना जताई जा रही है कि मई में ही मांग एक करोड़ यूनिट पहुंच सकती है। कई पावर प्लांटों में गड़बड़ी के कारण इतनी बिजली आपूर्ति संभव नहीं है। ऐसी स्थिति में इस बार कुछ अधिक ही परेशान होना पड़ेगा।

यही कारण है कि बार-बार बिजली के अघोषित कट लग रहे हैं। कई बार तो शहर में ब्लैक आउट जैसी स्थिति फिर पैदा हो जाती है। बढ़ी गर्मी की वजह से बिजली की मांग इस समय प्रतिदिन औसतन 80 लाख यूनिट के करीब पहुंच चुकी है।

थोड़ा सा और पारा चढ़ने पर बिजली की मांग का आंकड़ा एक करोड़ यूनिट मई में ही पार कर जाएगा। पावर प्लांटों की हालत के मद्देनजर फिलहाल इससे अधिक आपूर्ति संभव नहीं है। ऐसी स्थिति में पूरी गर्मी जिले के लोगों को परेशान होना पड़ सकत है। बिजली संकट का असर न केवल घरेलू क्षेत्र पर बल्कि व्यावसायिक, औद्योगिक से लेकर कृषि क्षेत्र पर पड़ रहा है।

औद्योगिक इकाइयों को अधिक नुकसान

बिजली की कमी का सबसे अधिक खामियाजा औद्योगिक क्षेत्र उठा रहा है। प्रतिदिन औसतन चार से छह घंटे की कटौती की जा रही है। इसका बुरा असर उत्पादन पर पड़ने लगा है।

जिले में तापमान में लगातार बढ़ने के साथ ही भीषण गर्मी पड़ रही है। बुधवार को अधिकतम तापमान 44.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि न्यूनतम तापमान 29.4 डिग्री सेल्सियस रहा। गर्मी की स्थिति यह रही कि सारा दिन उमस का वातावरण बना रहा। गर्म हवाओं ने उमस बढ़ा दी है।

झुलसती गर्मी से लोग इस कदर बेहाल हैं कि घर से निकलने से भी परहेज कर रहे हैं। रात को भी गर्मी और उमस से राहत नहीं मिल रही। ग्रामीण क्षेत्रों में भी दोपहर के समय लोग पेड़ों के नीचे बैठे हुए दिखाई दिए। लोगों का कहना है कि दोपहर के समय एसी पूरी तरह से फेल हो गए। कूलर और पंखे की हवा तो लू जैसी हवा लग रही थी। सभी को मानसूनी बारिश होने का इंतजार है।

16 मई

    • कृषि-6.91 लाख यूनिट
    • घरेलू-18.01 लाख यूनिट
    • कमर्शियल 15.65 लाख यूनिट
    • औद्योगिक -32.84 लाख यूनिट
    • कुल-73.41 लाख यूनिट

17 मई

      • कृषि- 7.70 लाख यूनिट
      • घरेलू-19.32 लाख यूनिट
      • कमर्शियल 18.76 लाख यूनिट
      • औद्योगिक -41.23 लाख यूनिट
      • कुल-87.01 लाख यूनिट

18 मई

      • कृषि-7.40 लाख यूनिट
      • घरेलू-20.03 लाख यूनिट
      • कमर्शियल 22.05 लाख यूनिट
      • औद्योगिक -36.90 लाख यूनिट
      • कुल-86.38 लाख यूनिट

19 मई

      • कृषि-8.10 लाख यूनिट
      • घरेलू-21.68 लाख यूनिट
      • कमर्शियल 21.46 लाख यूनिट
      • औद्योगिक -32.41 लाख यूनिट
      • कुल-83.65 लाख यूनिट

20 मई

      • कृषि-7.96 लाख यूनिट
      • घरेलू-20.86 लाख यूनिट
      • कमर्शियल 21.76 लाख यूनिट
      • औद्योगिक -32.85 लाख यूनिट
      • कुल-83.43 लाख यूनिट

21 मई

    • कृषि-7.93 लाख यूनिट
    • घरेलू-21.45 लाख यूनिट
    • कमर्शियल 23.19 लाख यूनिट
    • औद्योगिक -37.17 लाख यूनिट
    • कुल-89.74 लाख यूनिट