तीन देशों की यात्रा के अंतिम चरण में क्रोएशिया पहुंचे पीएम मोदी, जानिए क्यों है यह दौरा खास

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार, 18 जून 2025 को अपने तीन देशों के दौरे के अंतिम चरण में क्रोएशिया पहुंचे। इससे पहले वह साइप्रस की आधिकारिक यात्रा और कनाडा में आयोजित जी-7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा ले चुके हैं। खास बात यह है कि यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की क्रोएशिया की पहली यात्रा है, जो दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों में एक ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है।

शीर्ष नेताओं से द्विपक्षीय वार्ता

पीएम मोदी इस यात्रा के दौरान क्रोएशिया के राष्ट्रपति जोरान मिलनोविक और प्रधानमंत्री आंद्रेज प्लेंकोविच के साथ मुलाकात करेंगे। इन बैठकों का उद्देश्य साझा हितों के क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करना है। उम्मीद है कि इससे व्यापार, निवेश, संस्कृति और तकनीक जैसे विभिन्न क्षेत्रों में नए अवसर सामने आएंगे।

जी-7 शिखर सम्मेलन में की वैश्विक नेताओं से मुलाकात

क्रोएशिया से पहले पीएम मोदी कनाडा के कनैनिस्किस में आयोजित जी-7 सम्मेलन में शामिल हुए थे। वहां उन्होंने कई वैश्विक नेताओं से मुलाकात की और विभिन्न वैश्विक मुद्दों पर विचार-विमर्श किया। इसके अतिरिक्त उन्होंने कुछ देशों के नेताओं के साथ द्विपक्षीय वार्ताएं भी कीं।

साइप्रस यात्रा से की शुरुआत

इस तीन देशों की यात्रा की शुरुआत पीएम मोदी ने साइप्रस से की थी, जहां उन्होंने वहां के शीर्ष नेतृत्व के साथ रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करने पर बातचीत की।

भारत और क्रोएशिया के बीच ऐतिहासिक सांस्कृतिक संबंध

नई दिल्ली से रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था, “मैं क्रोएशिया गणराज्य की अपनी यात्रा और वहां के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात को लेकर उत्साहित हूं। हमारे दोनों देशों के बीच सदियों पुराने गहरे सांस्कृतिक संबंध हैं, और यह यात्रा उन संबंधों को नई ऊंचाई देने का अवसर है।”

विदेश मंत्रालय का बयान

भारतीय विदेश मंत्रालय ने पीएम मोदी की क्रोएशिया यात्रा पर कहा कि यह दौरा यूरोपीय संघ के देशों के साथ भारत के रिश्तों को और मज़बूत करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। मंत्रालय के अनुसार, यह यात्रा दोनों देशों के बीच बहुआयामी सहयोग को नया आयाम देगी।

इस ऐतिहासिक यात्रा को भारत-क्रोएशिया संबंधों के भविष्य के लिए मील का पत्थर माना जा रहा है।