बिहार कमला बलान और कोसी नदियों के जलस्तर बढ़ने के कारण कुशेश्वरस्थान और किरतपुर गांव में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। प्रशासन ने बतया कि बाढ़ की स्थिति को देखते हुए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। कुशेश्वरस्थान पूर्वी प्रखंड के बीडीओ किशोर कुमार ने बताया कि बाढ़ के पानी के कारण तीन से चार जिले प्रभावित हुए हैं। जिसके कारण कई गांवों में बाढ़ के पानी का प्रवेश हो गया है और ऐसे में लोगों की जिंदगी प्रभावित हो रही है।
#WATCH | Darbhanga, Bihar: Flood-like situation in the villages of Kusheshwar Asthan and Kiratpur due to rise in the water level of Kamla-Kosi river (31.08) pic.twitter.com/X9OSt3h7MX
— ANI (@ANI) August 31, 2023
कमला बलान और कोसी नदियों के जलस्तर में वृद्धि के कारण बीते बुधवार की देर रात से जलस्तर में कमी आई है। यह स्थिति लोगों को राहत दे रही है। हालांकि कमला बलान नदी के पश्चिमी तटबंध से पूर्व बसे चार पंचायतों में अब भी बाढ़ के पानी से समस्याएं बढी है।
इन गांवों में बाढ़ का माहौल
पिछले पांच दिनों में कोसी और कमला बलान नदियों के जलस्तर में अचानक उछाल के कारण इटहर, उसरी, उजुआ सिमरटोका और तिलकेश्वर पंचायतों के गांवों को पानी से घिर गया है। इसके कारण कई विद्यालयों में बाढ़ के पानी का प्रवेश हो गया है और फिलहाल के लिए स्कूल बंद रखा गया है। उजुआ, सिमरटोका, उतक्रमित मध्य विद्यालय, लक्ष्मीनिया, सगरदिना, कोला, जिमराहा, इटहर पोखर, चौकिया, बलथरबा, समौरा मुसहरी, कुंज भवन, झाझा आदि विद्यालयों में बाढ़ के पानी का प्रवेश हो गया है, जिससे पढ़ाई ठप हो गई है। कुशेश्वरस्थान प्रखंड में जीबछ और कमला नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण सुघराईन और महिसोट तथा बड़गांव, चिगरी सिमराहा और अन्य चौर में बाढ़ का पानी प्रवेश कर रहा है।
कुशेश्वरस्थान प्रखंड के कुछ पंचायतों में हालात अच्छे नहीं है, जबकि कमला बलान नदी के पश्चिमी तटबंध से पूर्व बसे पंचायतों में स्थिति अच्छी है। कुल मिलाकर, कमला बलान और कोसी नदियों के जलस्तर में वृद्धि के कारण स्थानीय लोग परेशानी महसूस कर रहे हैं और प्रशासन से सहायता की आवश्यकता है।
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